दशानन के कई रूप

sohanpal singh
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मेरे पौत्र ने पूंछा की रावण को इस प्रकार क्यों मारा और जलाया जाता है ? हम बोले बेटा अभी तुम छोटे हो बड़े होकर खुद समझ जाओगे लेकिन वो मानने को तैयार ही नहीं है , अब हम क्या करते हमने कहा की तुम ऐसे समझो की रावण श्रेष्ठ ब्राह्मण और शास्त्रो का ज्ञाता था सभी विध्या में निपुण था , और इस कारण से उसमे अहंकार हो गया था , इस लिये उसने धन के देवता कुबेरबको भी बंदी बना लिया था जिसके पास विमान था उससे छीन लिया था सोने कई लंका तक छीन ली थी , अपने देश की सीमा में विचरण करने वाले साधुओं से भी कर के रूप में उनका रक्त निकलवा लेता था , राहु केतु ग्रहों को कैद किया था धोके से रामजी की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था यानि स्त्री जाती का अपमान किया , इस लिए रामजी ने आज ही के दिन उसका वध कर दिया था इस लिए हम रावण को जलाते है ? हाँ …….. ये तो हमने सुना है पौत्र बोला , तो फइर् हमने पूंछा की अउर कया जानना चाहते हो ?

अब हम आपको क्या बताये की क्या हुआ हमें तो करंट सा लग गया जब पत्नी बोल उठी, क्यों ऐसे आदमी तो आज भी जिन्दा है जो स्त्रियों पर अत्यंत क्रूर तरीके से अत्याचार करते हैं व्यभिचार करते है , और दूर कहाँ जाओगे , ये सारे गुण तो अपने प्रधान सेवक में मौजूद है , पत्नी पर अत्याचार किया उसे कभी सम्मान नहीं दिया , बड़े पिता सामान और भाई सामान लोगो को सम्मान नहीं दिया , कुबेर का खजाना ही लूट लिया नोट बंदी करके मैंने जो कुछ रूपये एक एक रुपया जोड़ कर हजार 5 सौ के रुपयों बदले थे वे सब लूट लिए ? और रही बात साधुओं के रक्त की तो इसने तो सभी व्यापारियों का खून सुखा दिया है gst लगा कर पुरे देश का व्यापारी त्रस्त है gst के लागू होने के कारन , रही राहु केतु की बात तो ये दोनों आधुनिक रावण के अब सहयोगी बन गए है नाम बदल कर अब अडानी और अम्बानी हो गए है । हम बोले बस करो महारानी किसी ने सुन लिया तो हमारी तो इस बुढ़ापे में बज ही जायेगी … अभी कुछ और बात होती हम उठ कर घर से बहार निकल गए ।

एस पी सिंह मेरठ

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