महाराष्ट्र जो भारत के समृद्ध प्रदेशो की सूची पे अग्रणी प्रदेशो की अग्रणी सूचि में आता है लेकिन आज टीवी पर अमिताभ बच्चन द्वारा प्रस्तुत कार्य क्रम ” कौन बनेगा करोड़ पति ” देख कर ऐसा लगा की महाराष्ट्र तो गरीबी भुखमरी से जूझ रहे ओडिसा से भी पीछे है ?
हुआ यूँ की अमिताभ के सामने की सीट पर जो महिला बैठी थी अमिताभ जी उसका परिचय करा रहे थे ! महिला नेब अपना नाम जय श्री जाधव बताया जो अगमदनगर के किसी गावँ की रहने वाही है ! उस महिला ने बताया की वह एम् ए बी एड तक पढ़ी है । दसवी तक की शिक्षा उसने पिता के घर पर ली उसके बाद शादी हो गई उसके बाद उसके पति ने उसकी पढाई आगे जारी राखी और उसे एम् ए बी एड तक शिक्षित किया और आज कल वह अपने गाँव से दूर एक स्कूल में बिना ग्रांट की शिक्षिका केंरूप में घर से 45 किलोमीटर दूर एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाती है जिसमे 130 रुपया रोज का खर्च होता है ? एक सवाल के जवाब में उसने कहा की बिना ग्रांट का मतलब है जिसमे शिक्षकों को कोई तनखा नहीं मिलती इसी प्रकार 5 6 वर्ष तक पढना पड़ता है उसके बाद जब ग्रांट मिलती है तो केवल वेतन का 20 प्रतिशत ही पहले वर्ष में मिलता है उसके बाद प्रत्येक वर्ष
20 बढ़ता जाता है यानि 5 वर्ष के बाद 100 प्रतिशत वेतन मिलता है ?
ये कैसा अंधेर है जब की संविधान की धारा 21 अ के अनुसार प्रत्येक बच्चे को जिसकी उम्र 6 वर्ष से 14 वर्ष तक है सरकार उनको निशुल्क शिक्षा देगी लेकिन जब वह शिक्षकों को वेतन ही नहीं देगी तो शिक्षक बिना वेतन के कितने दिन और बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे ऊपर वाला ही जान पायेगा ?
अब हमे लगता है कि एमएनएस के राज ठाकरे ने बिलकुल सही कहा है दशहरा के अवसर पर की वह बुलेट ट्रेन का कार्य मुम्बई में शुरू ही नहीं होने देंगे , जिस प्रदेश में बच्चों को पढ़ने पढ़ाने की संववैधानिक जिम्मेदारी प्रदेश सरकार पूरी नहीं कर सकती शिक्षकों को वेतन के बगैर काम लिया जाता है उस प्रदेश में बुलेट ट्रेन का औचित्य क्या है केवल एक आदमी की सनक को पूरा करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपया उधार क्यों लिया जाय ?
एस पी सिंह , मेरठ