पीएम नरेंद्र मोदी ने किया गांधी का गुणगान

narendra-modi9वें जी-20 समिट में हिस्सा लेने आस्ट्रेलिया पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्ट्रेलियाई शहर रोमा स्ट्रीट के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके पहले मोदी ने साल 2001 का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने उस वक्त यहां के लोगों से इच्छा जाहिर की थी कि यहां पर गांधी की प्रतिमा होनी चाहिए। मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनकी इस इच्छा को गंभीरता से लिए जाएगा। लेकिन आज यह मेरा सौभाग्य है कि न सिर्फ इस मूर्ति को स्थापित किया गया है बल्कि इसका अनावरण करने का सौभाग्य मुझे मिला है।
मोदी ने आज अपने दौरे के तीसरे दिन ब्रिसबेन में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया जहां उन्होंने भारतवासियों को संबोधित करते हुए उनसे अपने मन की बात कही।
मोदी ने कहा कि इन दिनों लोग भारत में चर्चा कर रहे हैं कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद बार बार गांधी का नाम सामने ला रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब मैं गांधी के बारे में बात किया करता था और गांधी के सिद्धांतों पर बात किया करता था। मैं गांधी जी का पूरा सम्मान करता हूं। मोदी ने अपने पूरे अभिवादन में गांधी जी के बारे में खुलकर अपने विचार रखे।
अपने इस भाषण के दौरान मोदी ने ग्लोबल वार्मिंग और आतंकवाद मुद्दे पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि कैसे वर्षों तक हमने प्रकृति का दोहन किया जिसकी वजह से आज की स्थिति उत्पन्न हुई है।
मोदी ने एक बार फिर से गांधी जी का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी जी ने ने हमें सिखाया है कि हमें प्रकृति से कितना लेना चाहिए। अगर हमने आज प्रकृति का दोहन न किया होता तो ऐसी स्थिति न होती।
उन्होंने कहा कि 1920 के दौरान जब गांधी जी साबरमती को लेकर ज्यादा सजग रहते थे। उन दिनों भी साबरमती नदी में भरपूर पानी हुआ करता था और जब भी कोई गांधी जी के सामने पानी की बरबादी करता था गांधी जी उन्हें डांटते थे।
मोदी ने कहा कि गांधी की अपने सिद्धांतों के जरिए प्रकृति की रक्षा का एक संदेश देते थे। अगर हम आज उनके सिद्धांतों को मान लें तो हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

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