डोनाल्ड ट्रंप होंगे अमेरिका के नए राष्ट्रपति

donald-trumpवॉशिंगटन। यूएस चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है। ट्रंप ने 288 इलेक्टोरल वोट हासिल किए जबकि हिलेरी क्लिंटन को 215 वोट मिले। मात्र 18 महीने पहले राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाले 70 वर्षीय रियल एस्टेट अरबपति ट्रंप ने चुनाव जीतकर इतिहास ही रच दिया। शानदार जीत के बाद ट्रंप ने पार्टी हेडक्वार्टर पहुंचकर लोगों को संबोधित किया।
हाल में राजनीति में कदम रखने वाले अरबपति कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप ने सभी बाधाओं को पार करते हुए कांटे के चुनावी मुकाबले में अनुभवी नेता हिलेरी क्लिंटन को आज मात दे दी और इसके साथ ही उनके चुनाव सर्वेक्षकों को हैरान करते हुए अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया।
अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का सपना संजोए चुनावी मैदान में उतरीं डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी की उम्मीदें इस परिणाम के साथ ही टूट गईं। ट्रंप ने निर्वाचन मंडल के 288 मत हासिल करके शानदार जीत हासिल की जबकि हिलेरी को 215 मत मिले।
राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार को निर्वाचन मंडल के 538 मतों में से 270 मत हासिल करने की जरूरत होती है। 70 वर्षीय ट्रंप ने पेनसिल्वेनिया, ओहायो, फ्लोरिडा, टेक्सास और उत्तर कैरोलिना जैसे राज्यों में शानदार प्रदर्शन करके चुनाव सर्वेक्षकों को गलत साबित कर दिया और जीत पर कब्जा कर लिया।
ट्रंप ने अपनी चुनाव प्रचार मुहिम के मुख्यालय में अपने समर्थकों से कहा, यह हम सब के लिए एकजुट जनता के रूप में साथ आने का समय है। मैं हमारी सरजमीं के हर नागरिक से वादा करता हूं कि मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा। ट्रंप ने बताया कि हिलेरी ने उन्हें फोन करके जीत की बधाई दी।
उन्होंने कहा, मैं उन्हें उनकी शानदार मुहिम पर बधाई देता हूं। देश पर उनका बहुत एहसान है। ट्रंप ने कहा, हमारी प्रचार मुहिम नहीं बल्कि एक आंदोलन था। यह सभी जातियों, पृष्ठभूमियों और आस्थाओं का आंदोलन था। हम साथ मिलकर देश के पुनर्निर्माण का अत्यंत आवश्यक कार्य आरंभ करेंगे। देश में अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच अपने समर्थकों से कहा कि हम अंदरुनी शहरों में हालात दुरस्त करेंगे। हम हमारी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करेंगे। इसके पुनर्निर्माण में हम लाखों लोगों को काम मुहैया कराएंगे। सीएनएन के अनुमान के अनुसार ट्रंप ने 29 राज्यों और हिलेरी ने 18 राज्यों में जीत हासिल की।
चैनल के अनुसार ट्रंप ने पेनसिल्वेनिया, फ्लोरिडा, अलास्का, यूटा, आयोवा, एरिजोना, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, ओहायो, उत्तर कैरोलिना, उत्तर डकोटा, दक्षिण डकोटा, नेब्रास्का, कंसास, ओकलाहोमा, टेक्सास, व्योमिंग, इंडियाना, केंटुकी, टेनेसी, मिसीसिपी, अरकंसास, लुइसियाना, पश्चिम वर्जीनिया, अलबामा, दक्षिण कैरोलिना, मोंटाना, इडाहो और मिसौरी में जीत हासिल की।
हिलेरी ने कैलिफोर्निया, नेवादा, हवाई, इलिनोइस, न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, मैरीलैंड, डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया, वर्मोंट, मैसाचुसेट्स, कनेक्टिकट, डेलावेयर, कोलोराडो, न्यू मेक्सिको, वर्जीनिया, ओरेगन, वाशिंगटन और रोह्ड आइलैंड में जीत हासिल की। ट्रंप की विचित्र प्रचार मुहिम के देश भर में लय पकड़ने के साथ ही रिपब्लिकन उम्मीदवार के समर्थक न्यूयॉर्क में हिल्टन होटल बॉलरूम में एकत्र होने लगे।
ट्रंप के लिए एक समय राष्ट्रपति बनना दूर की कौड़ी समझा जा रहा था। न्यूयॉर्क के अरबपति ट्रंप ने अमेरिका के औसत श्वेत कामकाजी वर्ग के सत्ता प्रतिष्ठान से मोहभंग का लाभ उठाया और प्रवासी विरोधी बयानबाजी के दम पर प्रचार मुहिम आगे बढ़ाई जो चुनाव के लिहाज से सोने की खान साबित हुई।
महिलाओं और प्रवासियों पर ट्रंप की टिप्पणियों के कारण कई शीर्ष रिपब्लिकनों ने ट्रंप की आलोचना की थी और प्राइमरी चुनाव में बड़ी जीत के बावजूद कई पार्टी नेताओं ने उन्हें समर्थन देने से इनकार कर दिया था।
अधिकतर विशेषज्ञों ने कहा कि एफबीआई ने 69 वर्षीय हिलेरी के खिलाफ ईमेल मामले में जांच शुरू करने की जो घोषणा की थी, उसी ने चुनाव का रुख ट्रंप के समर्थन में मोड़ दिया लेकिन एफबीआई ने हिलेरी को चुनाव से पहले अंतिम समय में क्लीन चिट दे दी हालांकि तब तक शायद बहुत देर हो चुकी थी।

error: Content is protected !!