राजस्थान में विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत से जीत और उसके बाद लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर जीत हासिल कर बीजेपी से सबको हैरान कर दिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली जीत के ठीक चार महीने बाद जब चार सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आए तो कांग्रेस ने चार में से तीन सीटों पर जीत दर्ज की और भाजपा के खाते में सिर्फ एक सीट आई। प्रदेश में तीन उपचुनाव सीट जितने के बाद से ही अजमेर में कांग्रेस संघठन में ख़ुशी की लहर आई है। बीजेपी की नाक का सवाल बनी नसीराबाद विधानसभा सीट को जितने के बाद से ही कांग्रेस संगठन में ख़ुशी का ठिकाना नहीं है। प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा को नामांकन के दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने आम सभा से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को नसीराबाद सीट के लिए ललकारा था और अब कांग्रेस के नसीराबाद सीट से जीतने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी रामनारायण गुर्जर ने सीधे तौर पर किसी एक प्रत्याक्षी को ना हराकर…..सत्तारुढी भाजपा पार्टी को हराया है। तीन दशक से ज्यादा समय तक कांग्रेस के खाते में रही नसीराबाद सीट को भाजपा ने बमुश्किल ऐतिहासिक जीत दर्ज कर नौ महीने पहले ही विधानसभा चुनाव में कबजाया था और अब एक बार फिर कांग्रेस ने अपने तीन दशको के किले को हासिल कर लिया है। साथ ही कांग्रेस ने भाजपा के 25 विधायक, 3 राज्य मंत्री और 5 सांसदों को करारी पटकनी दी है।