राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 20 नवम्बर को जयपुर में फोर्टीज अस्पताल में भर्ती भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी के हालचाल पूछे। सब जानते हैं कि एक ही पार्टी में होने के बाद राजे और तिवाड़ी के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। इसी वजह से तिवाड़ी मंत्री भी नहीं बन पाए। तिवाड़ी के अचानक बीमार होने का उनके पुत्र ने बड़ा अजीब तर्क दिया। राजे के अस्पताल आने से पहले पुत्र ने कहा कि जयपुर नगर निगम के चुनाव में घनश्याम तिवाड़ी के एक भी समर्थक को वार्ड पार्षद का उम्मीदवार नहीं बनाया। उल्टे तिवाड़ी समर्थक कह कर टिकिट ही काट दिया। भाजपा के संगठन के इसी खौफ से मानसिक तनाव हो गया और अचानक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। शायद तिवाड़ी पहले ऐसे नेता होंगे, जो कार्यकर्ता की खातिर बीमार पड़ गए, नेता हो तो तिवाड़ी जैसा।
(-एस.पी.मित्तल)