‘गर्व है भारत सेमीफाइनल तक पहुंचा’

सोशियल मीडिया पर बोले प्रशंसक
m3_20150326-सुमित सारस्वत– विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार के बाद सोशियल मीडिया पर चर्चाओं का दौर चला। लोगों ने टीम इंडिया को जमकर भला-बुरा कहा। मायूस क्रिकेट प्रेमियों ने शर्मसार करने वाले ऐसे शब्द बाण चलाए, जिनके घाव शायद क्रिकेटरों के दिल-ओ-दिमाग पर ताउम्र अमिट रहें। पाकिस्तान से जीत के बाद जश्न मनाने वाले लोगों ने तारीफों के पुल बांध दिए थे। उन्हीं में शुमार कई लोगों ने ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद क्रोध की ज्वाला भड़काई। सभ्य समाज में कुछ असभ्य लोग एक अभिनेत्री को निशाना बनाने से भी नहीं चूके। बेशक लोकतांत्रिक देश में हर नागरिक को अपनी बात रखने का अधिकार है। अब तो कानून ने भी अभिव्यक्ति की आजादी दे दी है। ऐसे में कुछ लोगों ने टीम इंडिया के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। वहीं कई प्रशंसक ऐसे भी हैं जिन्होंने भारतीय टीम की मेहनत को सराहा। क्रिकेट प्रेमियों ने सोच को सकारात्मक रखते हुए विश्व कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर गर्व महसूस किया। लगातार 7 मैच जीतने पर टीम इंडिया को बधाई दी। सोशियल मीडिया की कुछ चुनिंदा प्रतिक्रिया…

ये एक शुद्ध एवं मनोरंजक खेल था। जिसमें बेहतर खेलने वाली टीम जीती और हारने वाली टीम को और बेहतर कर दिखाने का अनुभव मिला। भारतवासी होने के कारण भारतीय टीम की हार का दु:ख जरूर हुआ, लेकिन कोई बात नहीं। -एस.के.माथुर

सेमीफाइनल में रहने पर भारतीय टीम को बधाई। हम कोई पाकिस्तानी नहीं, जो हार पर अपना आपा खो दें। टीवी तोड़ें। सिर फोड़ें। हम विवेकानंद के अनुयायी हैं। जिंदगी की यही रीत है, हार के बाद ही जीत है। शाबास इंडिया, लगातार 7 मैच जितने के लिए। -चंदन सिंह शेखावत

जिन खिलाडिय़ों के दम पर विरोधी को गाली दे रहे थे, एक मैच हारने पर अब उनके घर पत्थर फेकेंगे। फिर पाक और हम लोगों में क्या फर्क रहा। -विशाल टाक

गेम है। हार-जीत तो चलती रहती है। -आकाश सक्सेना

हार-जीत किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धा हो लगी रहती है। लेकिन जिस तरीके से भारतीय खिलाडिय़ों पर प्रतिक्रिया आ रही है, वो सही नहीं है। वैसे हार का कारण भारतीय बल्लेबाजी ने मुख्य विलेन की भूमिका निभाई। -लोकेश परिहार

हम भारतीय टीम के साथ हमेशा हैं। -संजय सेन

हार-जीत तो जिंदगी का हिस्सा है। – प्रकाश माहेश्वरी

इतना दु:ख तब क्यों नहीं हुआ जब किसान की फसल बर्बाद हुई थी। खाना किसान ही देता है, क्रिकेट नहीं। -रमेश यादव
(सारस्वत मीडिया…सबसे पहले, सबसे तेज)

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