कल अशोक जी गहलोत का जन्मदिन था कुछ जाति विसेष के लोगो ने अशोक जी पर गलत पोस्ट करके उनको ”जाट विरोधी” बता रहे थे और महिपाल मादेरना को नहीं बचाने का आरोप लगा रहे थे ।
जहां तक मेरा मानना है ”भंवरी कांड” में आरोपी जाट ना होकर राजपूत,मीणा,गुर्जर,यादव ,माली या अन्य किसी भी जाति का हो उसका पक्ष लेना या उसको बचाना एक ”घोचू” सीएम का काम हो सकता है अशोक जी का नहीं……ऐसे संगीन काम करने से पहले सोचना चाहिए थे की हम मंत्री होकर ऐसे काम क्यू कर रहे है ? अशोक जी अगर उनको बचाते तो मेरी नजर मे आज सबसे गिरे हुए इंसान होते ।
बुरे कर्मो का बुरा फल होता है उसमे और किसी को दोष देना भी एक नीच सोच का काम है …………अपहरण,बलात्कार और ह्त्या जेसे आरोपो में आरोपी का साथ देने वाला भी अपराधी है , कानून को अपना काम करने दीजिए, किसी की बेदाग छवि पर आप कीचड़ उछाल कर खुद को पाक साफ नहीं साबित कर सकते । अगर मादेरना मेरी कास्ट का होते तो भी मैं उनका पक्ष कभी ना लेती …..
निकिता कुमारी की फेसबुक वाल से साभार