वसुन्धरा के 4 मंत्रियो का हटना तय, आलाकमान ने दी हरी झंड़ी

vasundharaवसुन्धरा सरकार के मन्त्रीमण्डल के 4 मंत्रियो का हटना तय आलाकमान ने दी हरी झंड़ी।
1 कालीचरण सरार्फ
2 राजपाल सिंह शेखावत
3 अनीता भदेल
4 वसुदेवनानी
4. वसुदेवनानी के स्थान पर जातिगत समीकरण को देखते हुये श्री श्रीचन्द कृपलानी का मंत्री बनना तय हो गया।
5. मन्त्रीमण्डल का विस्तार 18-20 जुलाई को होने की सम्भावना
राज्यसभा चुनाव के खत्म होने के साथ ही प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई है। 2018 और 19 के विधानसभा व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर कई विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। वहीं कुछ मंत्रियों को उनकी पूअर परफोरमेंस के आधार पर हटाया जा सकता है। कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव के भी संकेत मिल रहे हैं।
संसदीय सचिव बनाए जाने की संभावना
सूत्रों की मानें तो मौजूदा मंत्रिपरिषद में संख्या बल के आधार पर तीन नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। जातीय-क्षेत्रीय समीकरण साधने के लिए गए संसदीय सचिव भी बनाए जाने की संभावना है। राज्यसभा में भी एक दलित को सांसद बनाया गया है। अब दलितों को रिझाने के लिए एक दलित विधायक को कैबिनेट मंत्री भी बनाया जा सकता है। अटकलों की मानें तो मानसूनी सीजन के दौरान ही मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। मंत्रियों का गोपनीय रिपोर्ट कार्ड तैयार हो रहा है।
फेरबदल से जोड़ा जा रहा है मंत्रियों के दौरों को
भाजपा सूत्रों के अनुसार मंत्रियों के दौरों को फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है। मंत्रियों को विभिन्न इलाकों में भेजकर सरकार के कार्यों की जमीनी हकीकत और सरकार के प्रति लोगों का रुख देखा जा रहा है। इन दौरों के जरिए ही मंत्रियों की परफोरमेंस खासकर प्रभारी मंत्रियों की क्षमताओं का आकलन किया जा रहा है।
दलितों पर विशेष फोकस
सरकार दलितों को रिझाने में लगी है। कैलाश मेघवाल के विधानसभा का स्पीकर बनने के बाद सरकार में कोई भी दलित और काबिना मंत्री नहीं है। यादव कोटा भी पूरा होना बाकी है। घनश्याम तिवाड़ी के मंत्री बनने की संभावनाएं फिलहाल नगण्य ही नहीं लेकिन जयपुर से नरपत सिंह राजवी का नम्बर लग सकता है। वहीं राव राजेन्द्र सिंह को विधानसभा उपाध्यक्ष पद से हटाकर मंत्री बनाया जा सकता है।
कुछ हो सकते हैं प्रमोट
चर्चा है कि कुछ मंत्रियों को ताकतवर व कुछ को कमजोर किया जा सकता है। परिवहन राज्य मंत्री बाबू लाल वर्मा को प्रमोट करके है कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है। पूर्वी राजस्थान के मीणा वर्ग के लिहाज से प्रतिनिधित्व की है। पूर्वी राजस्थान के दौसा, सवाई माधोपुर, करौली से भी एक मंत्री बनाया जा सकता है। मातृसंगठन आरएसएस की राय को तवज्जों दी जाएगी। शिक्षा समेत कुछ प्रमुख विभाग है जिन्हें संघ के विचारों के आधार संघनिष्ठ विधायकों को ही देने की परम्परा है। चर्चा है कि विधायकों की समस्याएं सुनने और निदान करने के लिए सीएमओ में राज्यमंत्री भी बनाया जा सकता है। पहली बार बने विधायकों को मंत्री के बजाय संसदीय सचिव बनाए जाने की अधिक संभावनाएं है।
मंत्री पद के लिए इनकी दावेदारी
जाट
विधायक—- क्षेत्र
झाबर सिंह खर्रा-शेखावाटी
शुभकरण चौधरी-शेखावाटी
कैलाश चौधरी-मारवाड़
अभिषेक मटोरिया- नहरी क्षेत्र
राजपूत
नरपत सिंह राजवी- ढूंढाड़
भवानी सिंह राजावत-हाड़ौती
मानवेन्द्र सिंह-मारवाड़
बाबू सिंह राठौड़-मारवाड़
ब्राह्मण
सूर्यकांता व्यास-मारवाड़
रामलाल शर्मा-ढूंढाड़
वैश्य
विजय बंसल-पूर्वी राजस्थान
एसटी
अनिता कटारा-वागड़
ओम प्रकाश हुड़ला-ढूंढाड़
अमृत लाल मीणा-वागड़-मेवाड़
एससी
कमसा मेघवाल-मारवाड़
गुर्जर
प्रहलाद गुंजल हाड़ौती
यादव वर्ग
डॉ जसवंत यादव- मत्स्य
सिंधी-पुरुषार्थी

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