आदरणीय प्रधान मंत्री जी

modi1सादर प्रणाम।।
महाशय,
निवेदन पूर्वक आपसे कहना है की मेरी व्यथा जरूर पढ़े।। कल आपकी सरकार ने एक और शर्मनाक फैसला लिया है। कि ST SC OBC के लोग जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करना चाहते है । उनका पूरा खर्चा केंन्द्र सरकार उठाएगी ।इसका मतलब यह है कि सामान्य जाति के लोग करोड़पति है । और जाति के लोग बेहद गरीब । मुझे विश्वाष ही नही हो रहा है। कि हम एक ऐसे देश में रह रहे है। जहा अमीरी और गरीबी का पता जति देखकर होता है। क्या सामान्य जाति के लोगवोट नही देते है जो इनके साथ भेदभाव होता है। आप को पता होना चाहिए कि शोषण जाति का नही गरीब का होता है। सरकारी नौकरी में आरछण तमिलनाडु जैसे राज्यो में 64 तक पहुँच गयाहै। और मुझे उम्मीद है कुछ वर्षो में स्थिति ऐसी हो जायेगीजब सामान्य जाति के लोगो को सरकारी नौकरी से वंचित कर दियाजायेगा। अम्बडेकर साहब का गुणगान करने वाले आपको याद भी है की जो 32 प्रतिशत आपको वोट मिला उसमें 19 प्रतिशत वोट इसी सामान्य वर्ग का था,चुनाव के पहले आप राम राज्य की बात किये और अब सत्ता मिलते ही अम्बेडकर राज्य की बात करने लगे।आप को जरा ये सोचना चाहिए कि अम्बेडकर जी खुद विना किसी आरछण के इतने महान व्यक्ति बने। उन्होंने तो इस आरछण को केवल 10 वर्षो के लिए ही लागूकिया था। परन्तु इन राजनीतिक पार्टियो ने इसे अब भी लागू कर रखा है। शर्म आनी चाहिये ऐसे नेताओ को खासकर उन सामान्यजाति के नेताओ को जो सब जानते हुए भी जातिगत आरछण का समर्थन करते है। जाति प्रमाँण पत्र के सामने प्रतिभाए दम तोड़ रही है। एक तो सरकारी नौकरी की तेयारी के लिये खर्चा ।उसके वाद नौकरी में 50 % आरछण ।उसके वाद नौकरी में प्रमोशन में भी आरछण । ये कहाँ का न्याय है। क्या हम लोग इसदेश के नागरिक नही है ?? मै पूछना चाहता हू कि 600 करोड की सम्पति वाली मायाबती और करोड़पति लालू यादव जेसे लोगो को आरछण का लाभ ।और गरीब सामान्य जाति के लोगो को आरछण का लाभ नही ??? ऐसा क्यों । मेरा मत है कि आरछण का लाभ दिया जाये परतु गरीवी देखकर। ना कि जाति देखकर। मैं आपकी सरकार और सभी राज्य सरकारो से अपील करता हूँ कि ऐसा भेदभाव अब बहुत कर लिया । कुछ तो रहम करो।।

whats app

1 thought on “आदरणीय प्रधान मंत्री जी”

  1. भाई आपकी व्यथा बिलकुल सही है जब ये आरक्षण नामक दानव मुह फाड़े है तब तक न तो देश की प्रतिभा देखेगी और ना ही ये विकसित देशों की श्रेणी में आ पाएगा ।
    अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खा जा

Comments are closed.

error: Content is protected !!