वसुंधरा को घेरने को लाया गया है मेघवाल को?

vasundhara 7प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वसुंधरा राजे की पसंद के अब तक मंत्री रहे निहाल चंद मेघवाल और प्रो. सांवर लाल जाट को हटा कर उनके विरोधी माने जाने वाले अर्जुन राम मेघवाल, पी पी चौधरी, सी आर चौधरी और विजय गोयल को मंत्री बना दिया है। इस बड़े परिवर्तन की सियासी गलियारे में बहुत अधिक चर्चा है। चर्चा इस वजह से भी वसुंधरा की सिफारिश के बाद भी उनके पुत्र दुष्यंत को मंत्रीमंडल में स्थान नहीं दिया गया है। हालांकि अर्जुन राम मेघवाल को सियासी मैदान में लाने वाली वसुंधरा राजे ही हैं, मगर अब उनको विरोधी लॉबी में गिना जाने लगा है। कुछ लोगों का मानना है कि वसुंधरा राजे को घेरने के लिए मेघवाल को आगे चल कर और मजबूत किया जाएगा। मेघवाल के जातीय समर्थक तो उन्हें अभी से आगामी मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने में लग गए हैं। उनके एक समर्थक महेन्द्र मेघवाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाल कर सवाल किया है कि राजस्थान में अबकी बार मुख्यमंत्री एसी / एसटी का व्यक्ति हो, आपकी राय क्या है? इस प्रकार की सुगबुगाहट आगे चल कर वसुंधरा राजे के लिए आगे चल कर मुश्किल पैदा कर सकती है। समझा जा सकता है कि जो मुख्यमंत्री विरोधी दल कांग्रेस को पूरी तरह से निपटा कर तगड़े बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज है, उसके बावजूद इस प्रकार की सुगबुगाहट होना बहुत गंभीर नहीं तो नोटिस लेने योग्य तो है ही।

error: Content is protected !!