कानाफूसी है कि भाजपा संगठन व राज्य सरकार के कार्यों की समीक्षा सहित जिलों की बूथ समितियों के सम्मेलन सम्पन्न करवा कर बूथ इकाइयों के सुदृढ़ीकरण के लिए अजमेर आये मंत्रियों व प्रदेश पदाधिकारियों के समूह की मौजूदगी में हुई एक बैठक में, जिसमें कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया था, उसमें शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी की मौजूदगी पर सवाल उठ रहे हैं। असल उस बैठक में सिर्फ इस कारण स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया था, ताकि यदि कार्यकर्ताओं को उनसे भी कोई शिकायत है तो उनकी गैर मौजूदगी में खुल कर बोल सकें। मगर वे न केवल उस बैठक में मौजूद रहे, अपितु मंच पर भी बैठे। ऐसे में स्वाभाविक रूप से उनके नाइत्तफाकी रखने वाले अपना मुंह नहीं खोल पाए। हालात ये है कि अब भी भाजपाइयों में इस बाबत कानाफूसी ही है, किसी में इतनी हिम्मत नहीं कि उस पर ऐतराज के लिए अपना मुंह खोल सकें।