राजस्थान का भविष्य

vasundharaराजनीति में 2+2=4 नही होता मैडम…
मुद्दे को राजपूत Vs जाट बनाकर राजनीतिक चाल खेलना चाहती है।

इसलिए जाट (+11)
और राजपूत (-8)
का मतलब (+3) का शुद्ध लाभ हुआ, इस भुलावे में मत रहना….

राजपूत समाज 36 कौम को साथ लेकर चलता है, राजपूत 8-10 %=20% वोटबैंक को सीधे तौर पर प्रभावित करता है।।
ये हम जल्द ही साबित करके दिखा देंगे।।

राजपूत पिछली बार 90% बीजेपी को मिला था इस बार 95% बीजेपी के विरुद्ध जाएगा।
तो राजपूतो में बीजेपी इस बार (-7%) पर रहेगी।

राजस्थान में ब्राह्मण कुल 8% में 50% इस बार बीजेपी से बुरी तरह नाराज है, घनश्याम तिवारी भी जल्द वसुंधरा के विरुद्ध निर्णय लेंगे। नागौर में एक ब्राह्मण भाई ने भी बलिदान दिया है।
इसलिए ब्राह्मण समाज में आप (-3%) रहोगे।।

जाट कुल 11% वोट में पिछली बार 6% बीजेपी को मिला था ,सुना है हनुमान बेनीवाल बीजेपी में वापसी करेगा।
इस बार अधिकतम 9% बीजेपी को मिल जाएगा
तो आपकी रणनीति के अनुसार जाटों में बीजेपी को (+3%) लाभ होगा ,ये भी जरूरी नही है।
हनुमान बेनीवाल अलग होकर ही लड़ा था जाट वोट में भी बीजेपी को बाबा जी का ठुल्लु ही मिलेगा।।

गूजर कुल 6% हैं जिनमे 4% पिछली बार बीजेपी को मिला था, इस बार शत प्रतिशत गूजर सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस को जा रहा है,
पहली बार कोई गुज्जर देश के किसी प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का दावेदार है, गुर्जर 100% कांग्रेस को जा रहा है।
इसलिए गूजरों में बीजेपी इस बार (-4%) रहेगी।।

पिछली बार कायमखानी मुस्लिम और दलितों का बड़ा हिस्सा बीजेपी को मिला था,जो इस बार कांग्रेस के साथ है
मेघवाल वोट जाटों से नाराज हैं जाट बीजेपी में गए तो मेघवाल कांग्रेस में जाएंगे।।
पिछली बार दलितों, मुस्लिम,आदिवासियों के कुल 30% वोट में से बीजेपी को 15% वोट मिल गया था, इस बार इसमें 5% की न्यूनतम गिरावट होगी। (-5%)…

मीणा कुल 6% हैं पिछली बार 3% मीणा बीजेपी को मिला था, इस बार किरोड़ीलाल मीणा हनुमान बेनीवाल के साथ बीजेपी में वापसी करते है तो गूजरों की प्रतिक्रिया में मीणा वोट का बहुमत बीजेपी को जा सकता है,इस दशा में बीजेपी को मीणा वोट में (+2%) का लाभ हो सकता है।।

राजपुरोहित जैसे स्वर्ण ,चारण, भाट जैसे कई समुदाय राजपूतो के साथ मिलकर बीजेपी को हराने का काम करेंगे।

अहीर, सीरवी, अंजना चौधरी ,कलबी जैसे ओबीसी कृषक समुदाय में बीजेपी का ग्राफ गिरावट पर है
माली अशोक गहलौत के साथ कांग्रेस में पहले से हैं,अतिपिछड़े कामगार वर्गों में बीजेपी को पहले जैसा समर्थन नही मिलेगा।
इन वर्गों के कुल 20% वोट में बीजेपी को पिछली बार की अपेक्षा हर हाल में (-3%) का नुकसा होगा।।

व्यापारी वर्गो और अन्य वर्गो में कोई ख़ास विरोध नही भी हुआ तब भी कुल मिलाकर ये तस्वीर रहेगी।।

-7-3+3-4-5+2-3==(-17%)
यानि 17% वोट का कुल नुकसान होगा।।

2013 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कुल 46% वोट मिला था, इस बार 46-17=29% से ज्यादा वोट नही मिलेगा।।

पिछली बार 2013 में कांग्रेस को 33% वोट मिला था, इस बार बीजेपी को जो नुकसान हुआ उसका 80% लाभ कांग्रेस को होगा।
कांग्रेस को 2018 में न्यूनतम 45% वोट मिलेगा,

दलित, मुस्लिम, गूजर, राजपूत का एकमुश्त वोट इस बार कांग्रेस को मिलेगा।

सीट का अनुमान——–

बीजेपी —–पिछली बार 46% वोट और 161 सीट मिली थी।
इस बार मात्र 29% वोट और मात्र 20 सीट मिलेगी।।

एक भी राजपूत बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधानसभा नही पहुंच पाएगा।

कांग्रेस——–पिछली बार 33% वोट और 21 सीट मिली थी।
इस बार 45% वोट और न्यूनतम 150 सीट कांग्रेस को मिलेगी।

जाट और मीणा वोट भले ही बीजेपी को मिल जाएं, पर राजपूतो ब्राह्मणो पिछडो की अनदेखी उत्पीड़न भारी पड़ेगा।

राजस्थान में वसुंधरा के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार होगी, और वसुंधरा की करतूतो का खामियाजा देशभर के 14 राज्यों में राजपूत/स्वर्ण मतो के भारी नुकसान के साथ चुकाना पड़ेगा।

मोदी जी आपके मिशन 2019 की अब हवा निकल चुकी है अब उसके बाद की सोचना शुरू कर दो।

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