नई दिल्ली / नरेंद्र मोदी ने पहली बार आधिकारिक तौर पर हलफनामा देकर खुद के शादीशुदा होने की बात बताई तो विरोधियों ने इसे बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया। लेकिन, इससे जुड़ी असलियत क्या है? इस सवाल से पर्दा उठाया है उन दो लोगों ने जो जशोदाबेन और नरेंद्र मोदी के करीब रहे हैं। ये दो शख्स हैं- विक्रम वकील और कालिंदी रांदेरी। विक्रम ने पहली बार जशोदाबेन का इंटरव्यू कर दुनिया को मोदी के शादीशुदा होने की जानकारी दी थी, तो कालिंदी ने ‘नरेंद्र मोदी: द आर्किटेक्ट ऑफ ए मॉडर्न स्टेट’ नाम की किताब लिखने के दौरान नरेंद्र मोदी और उनके परिवार से इस मसले पर बातचीत की थी। इन दो लोगों ने अब रीडिफ.कॉम को उन दिनों की कुछ बातें बताई हैं। वकील का तो कहना है कि आरएसएस को मोदी के शादीशुदा होने की जानकारी काफी पहले से थी और यह जानकारी सार्वजनिक करने पर उन्हें संघ और विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय नेताओं ने धमकाया भी था। कालिंदी बताती हैं कि मोदी और जशोदाबेन की शादी तो हुई, पर कभी वे पति-पत्नी की तरह नहीं रहे। शादी के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने उन्हें बड़े भाई से बात करने के लिए कह दिया था।
1 thought on “मोदी की शादी की जानकारी थी संघ को”
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क्या आफत आ गयी यदि मोदी ने इसे अब तक नहीं बताया सब नेताओं के नामांकन निकलवा कर देख ले किसी ने आयु गलत बताई, किसी ने सम्पति का ब्यौरा आयोग को चाहिए की अब तक के सब चुनावो के नामांकन जांच कर उनके खिलाफ कार्यवाही करे यदि चुनाव आयोग एक व्यक्ति विशेह के खिलाः ही ऐसी कार्यवाही करताहै तो साफ़ हो जायेगा की वह दाल विशेष के साथ है जिसने की उसकी नियुक्ति इस दिन के लिए की थी आयोग को यह सब अब तब ही करना चाहिए जब निर्णय के बाद हुए चुनावों में कोई ऐसी गलती करे अन्यथा निश्चित ही अलग अलग मुकदमों का अम्बार लग जायेगा,सुप्रीम कोर्ट में आम आदमियों का तो काम ऐसे ही नहीं होता वह केवल वी आई पी व नेताओं के ही फैसले में लगा रहता है और आगे फिर हालत खस्ता हो जाएगी.