देवी नागरानी की सिन्धी संग्रह ‘ग़ज़ल’ का लोकार्पण

दिनांक १५ सितम्बर, २०१२ साहित्य अकादेमी एवं सिंधी अदबी सभा, पुणे के तत्वाधान के अंतर्गत वरिष्ट सिन्धी साहित्यकार तारा मीरचंदानी का Meet The Author कार्यक्रम, अथवा देवी नागरानी की सिन्धी ग़ज़ल संग्रह पुस्तक का लोकार्पण हुआ. पुष्पा हाल, अगरवाल कॉलोनी में हुए इस कार्यक्रम के आगाज़ में देवी नागरानी ने झूलेलाल की मूर्ति पर पुष्प माला चढ़ाई और फिर मुख्य महमानों ने ज्योत जगाई जिसमें शामिल रहे रुक्मिणी चैनानी, तारा मीरचंदानी, रीटा शाहनी, व् अकादमी के प्रतिनिधि श्री कृष्ण जी एवं सभा के अध्यक्ष श्री गोवर्धन शर्मा ‘घायल’. तारा जी ने अपनी ज़िंदगी और अपने साहित्य सफ़र पर विस्तार से रोशिनी डाली.

तदुपरांत देवी नागरानी के सिन्धी संग्रह, ‘ग़ज़ल’ का लोकार्पण वाशिन्गटन डी.सी. से आई हुई वरिष्ट साहित्यकार रुक्मिणी चैनानी के हाथों संपन्न हुआ. किताब के बारे में बात करते हुए उन्होंने संकलन की ९० ग़ज़लों की भाषा और तकनीक के बारे में कहा कि “उन्हें पढ़ते हुए गुनगुनाने के जी करता है, सरल विचार, शुद्ध भाषा में सलीके से सजे हुए शेर पढ़ने में अच्छे लगते हैं”.

मंच पर पुणे के साहित्यकार व वैज्ञानिक श्री प्रेम लालचन्द शर्मा, रीटा शाहनी, तारा मीरचंदानी, सिन्धी अदबी सभा के अध्यक्ष श्री गोवर्धन शर्मा घायल मौजूद रहे.
अपने वक्तव्य में गोवर्धन शर्मा जी ने देवी की लेखनी और ग़ज़ल में पाई गई बारीकियों और बहरों का विवरण दिया, और सभा की ओर से देवीजी का स्मृति चिन्ह देकर सत्कार किया.

श्री प्रेम लालचंद शर्मा जी की पुस्तक ’मृतक क्रिया रहस्य विधान ‘ का भी श्रीमती रीटा शाहनी के हाथों लोकार्पण हुआ
सभाग्रह में मौजूद थे पूना के अनेक शायर, लेखक व् पत्रकार, क्रिशन जी, नीलम छाबरिया, अर्जन मोटवानी, गुलू रामचंदानी, सी॰ टी॰ केसवानी जी, सरोज भरवानी, इंदिरा शबनम, गोवर्धन शर्मा घायल, प्रेम शर्मा, हरकिशन सामतनी, नरेन्द्र चंचलानी, दीपक शर्मा। समस्त कार्यक्रम का संचालन श्री गोवर्धन शर्मा जी ने किया और अंत में नीलम छाबरिया ने सभाग्रह में उपस्थित मेहमानों का आभार प्रकट किया. समारोह चाय नाश्ते के साथ संपन्न हुआ.

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