निःस्वार्थ भाव से समाज में नजीर बनकर उभरा किसान को बेटा

भारतीय संस्कृति की अलख जगाने वाले समाजसेवी संतोष गंगेले बुन्देलखण्ड की बेमिसाल षख्सियत
DR B. KHATEEK JIछतरपुर ़ – बुन्देलखण्ड के इतिहास में ऐसा पहलीबार छतरपुर जिला से कोई सामाजिक कार्यकर्ता श्री संतोष कुमार गंगेले निःस्वार्थ भाव से समाजसेवा के लिए तन-मन-धन से समर्पित भावना से भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों की रक्षा के लिए भारतीय संस्कृति की अलख जाने छतरपुर जिला के विभिन्न विकास खण्डों के एक सैकड़ा से अधिक षिक्षण संस्थानों में जाकर एक लाख से अधिक बच्चों से रूवरू होकर उन्हे अपने अनुभव और विचारों से प्रभावित कर संस्कारवान बनाने में लगाकार प्रयासरत है । समाजसेवा के लिए बुन्देलखण्ड विकास मंच दिल्ली व्दारा आजाद भवन में सुश्री उमा भारती के कर कमलों से सम्मानित किया गया । कर्तव्य निष्ठा ,प्रखर पत्रकारिता के लिए राष्ट्रीय पत्रकार संगठन, इंटेलीजेन्स मीडिया एसो0 दिल्ली ने राष्ट्रीय सम्मेलन चन्द्रलेख केम्पस मथुरा में 31 मई 2015 को सम्मानित किया । इसी प्रकार मुॅगावली अषोकनगर, राजगढ़ के जीरापुर, खिलचीपुर, ब्यारा, पचोर में अनेकों वार सम्मानित किया गया । जिला विदिषा में जिला कलेक्टर श्री एम0 बी ओझा ने सम्मानित किया । गंजबासोदा, इन्दौर, उज्जेन, ष्देवास, ष्षाजापुर, सीहोर, सागर, ष्षाहगढ़, बंडा, दमेाह, आदि जिला में पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया । मध्य प्रदेष सर्व ब्राम्हण समाज की राष्ट्रीय कार्यकारणी के संयोजक श्री उमाषंकर अवस्थी जी ने मानस भवन जबलपुर में पिछले बर्ष समाज गौरव सम्मान से सम्मानित किया । प्रदेष के सैकड़ों स्थानों पर पत्रकार सम्मेलनों के माध्यम से पत्रकारों की समस्याओं को हल कराने की पहल की ।

टीकमगढ़ क्षेत्र के सांसद डॉ0 बीरेन्द्र खटीक जी, क्षेत्रीय विधायक श्री मानवेन्द्र सिंह स्वतंत्रता संग्राम सैनानी संघ छतरपुर जिला अध्यक्ष श्री रामकृपाल चौरसिया जी, जिला पंचायत सदस्य श्री कामख्या प्रताप सिंह टीका राजा, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती अभिलाषा -धीरेन्द्र षिवहरे, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुधा याद , उपाध्यक्ष श्री नीरज दीक्षित, सरपंचों सहित प्रत्येक षिक्षण संस्था के प्राचार्य एवं षिक्षक ने इस समाजसेवी के कार्यो की सराहना की साथ ही समाज का कर्मयोगी बताया । भारतीय संस्कृति की अलख जगाने वाले समाजसेवी संतोष गंगेले को जनप्रतिनिधिओं ने बधाई । दहेज लेने और देने के विरोधी रहने वाले श्री संतोष गंगेले ने ब्राहम्ण समाज में अपने अनेक कार्यो से सम्मान पाया है । तलाकसुदा और विधवा विवाह के पक्षधर श्री संतोष गंगेले ने अपने जीवन में हमेषा सामाजिक समरसता को स्थान दिया है । नगर पालिका परिषद उनका नागरिक अभिनंदन कर चुकी है ।

जिला और प्रदेष के अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़े श्री संतोष गंगेले नौगॉव से लगा छोटा सा ग्राम बीरपुरा में एक जुझौतिया ब्राम्हण परिवार में 11 दिसम्बर 1956 के जन्म हुआ । श्री संतोष गंगेले के पिता मानस मर्मज्ञ संत श्री हरिहर महाराज के नाम से प्रसिध्द थें, उनकी माता श्रीमती सुमित्रा देवी एक साधारण ग्रहणी रही । अपने चार भाईयों एवं एक बहन में सबसे बड़े होने के कारण परिवार की सभी जुम्मेदारियों को साहस और र्धेय के साथ निर्वाहन करते हुऐ अनेक संघर्षो को दरकिनार किया । बर्तमान में उन्होने भारतीय संस्कृति और संस्कारों को लेकर दौ सौ से अधिक षिक्षण संस्थाओं के लाखों बच्चों को संस्कारवान बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा की है । बापू महाविद्यालय नौगॉव में 1980 में प्रवेष लेने के साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में ्रपेवष किया समाज के क्षेत्र में कार्य करने वालो को मंचों पर सम्मान करना, ईमानदारी अधिकारियों कर्मचारियों, जनप्रतिनिधिओं, पत्रकारेां को सम्मान करने वाले श्री संतोष गंगेले इन बिषयम और कठिन परिस्थितयों में अपना जीवन यापन करने के बाद अपना एक समाज में मुकाम बनाया । अनेक परिवारिक और कानूनी परेषानियों के बाद वह अपने सत्य के मार्ग पर डटे रहे जिसमें उन्हे सफलतायें मिली । इसी कारण छतरपुर जिला में बर्ष 1983 में पदस्थ जिला कलेक्टर श्री होषियार सिंह जी ने उन्हे तहसील में लेखक के रूप में बैठने के लिए अनुमति दी जिससे उन्हे 36 बर्षो से आम जनता से जुड़ेने का अवसर मिला वही छतरपुर से प्रकाषित एक दैनिक अखबार में पत्रकारिता ष्षुरू करने वाले कर्मयोगी श्री संतोष गंगेले ने अल्प समय में समाज में अपना उच्च स्थान बनाकर तहसील जिला , आस पास उदाहरण प्रस्तुत किया । समाजसेवी श्री संतोष गंगेले बर्ष 1986 से ग्रामीण क्षेत्रों में जन जाग्रति अभियान संचालित करते आ रहे है । बर्ष 1995 में छतरपुर जिला कलेक्टर श्री राधेष्याम जुलानिया जी ने उन्हे साक्षरता से जोड़ा बर्ष 2007 से वह लगातार नौगॉव जनपद क्षेत्र के ष्षासकीय स्कूलों में जाकर बच्चों को समय समय पर प्रोत्साहित करते रहे । लेकिन 1 जुलाई 2016 से वह नौगॉव जनपद सहित ईसानगर, छतरपुर, बिजावर, पलेरा, पृथ्वीपुर, जतारा, टीकमगढ़ के सैकड़ों ष्षासकीय गैर ष्षासकीय षिक्षण संस्थाओं में जाकर षिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, समरसता, समाज बिषय के साथ साथ स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं अभियान को गतिमान बनाये हुऐ है । उनके इस जर जाग्रति अभियान से जहां भारतीय संस्कृति की रक्षा की गई वहीं लाखों बच्चों में संस्कारों का उदय हुआ है । समाज में लेाकप्रियता हासिल करने के कारण सैकड़ों लोगों ने उनके विकास के रास्ते में अड़चले डाली लेकिन ईष्वर कृपा से हमेषा सत्य की जीत हुई और वह आगे बढ़ते गए ।
छतरपुर जिला में अपनी मेहनत और कर्मो के माध्यम से समाज में पहचान बनाने वाले समाजसेवी श्री संतोष गंगेले ने अपने बेटे का विवाह बिना दहेज कर समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है । ऐसे सामाजिक कार्यो की जन जाग्रति अभियान में उनकी इतनी अधिक रूचि है कि वह सुबह होते ही अपनी मोटर साईकिल से निकल जाते है साथ में बच्चों को प्रोत्साहन के लिए वह संस्था में कन्या पूजन , फूल मालाओं से सम्मान करना, उन्हे अपने विचारों से प्रभावित कर जीवन जीने की कला बताते है । बाद में उन्हे साहित्य और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते है । आज छतरपुर जिला में उनकी लोकप्रियता और समाजसेवा आम खास व्यक्ति के दिलों में स्थान बना हुआ है ।

1 thought on “निःस्वार्थ भाव से समाज में नजीर बनकर उभरा किसान को बेटा”

  1. परम आदरणीय संपादक जी ,आपका बहुत बहुत आभारी हूँ। आपके आशीर्वाद और मार्ग दर्शन से ही मुझे सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। आपका स्नेह व प्यार मेरी जिंदगी है।

Comments are closed.

error: Content is protected !!