नीतीश का इस्तीफा, भाजपा के मदद से दुबारा बनेंगे

Nitish_Kumarपटना: मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर बिहार की राजनीति में जारी खींचतान बुधवार को अपने चरम पर पहुंच गई. जेडीयू विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मिलने पहुंचे और उन्‍हें अपना इस्‍तीफा सौंप दिया. इस तरह तेजस्‍वी के इस्‍तीफे को लेकर महागठबंधन में चल रही राजनीतिक कलह खुलकर सामने आ गई और राज्‍य में सियासी संकट खड़ा हो गया.

इसी बीच, भाजपा ने राज्‍य में नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की बात कही. बिहार भाजपा के वरिष्‍ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार को समर्थन देगी और दोनों दल के नेता नीतीश को नेता (मुख्‍यमंत्री) चुनेंगे.

इससे पूर्व नीतीश कुमार ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को इस्तीफा सौंपने के बाद राजभवन के बाहर पत्रकारों से कहा, ‘बिहार में जो परिस्थितियां बनी हुई, उसमें महागठबंधन सरकार चलाना मुश्किल हो गया है’. उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए भाजपा से समर्थन लेने की संभावना को खारिज नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘मैंने इसे सुलझाने की कोशिश की… मैंने किसी से इस्तीफे के लिए नहीं कहा. मैंने केवल तेजस्वी से भ्रष्टाचार के आरोपों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था’.

ताजा घटनाक्रम से बिहार की राजनीति में अनिश्चितता का माहौल पैदा हो गया है, क्योंकि 243 सदस्यीय विधानसभा में किसी भी दल के पास बहुमत नहीं है. कुमार की जदयू के पास 71 सीटें हैं, जबकि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राजद के पास 80 सीटें हैं. भाजपा के पास 53 सीटें हैं.

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