गांधी के आदर्शों को अपनाने की जरूरत: गणि राजेन्द्र विजय

लेखकों, समाजसेवियों को दिये गये महात्मा गांधी नेशनल पीस अवार्ड 2017

 गणि राजेन्द्र विजयजी एवं श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा सद्भावना दिवस पर पत्रकार श्री ललित गर्ग को सम्मानित करते हुए।
गणि राजेन्द्र विजयजी एवं श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा सद्भावना दिवस पर पत्रकार श्री ललित गर्ग को सम्मानित करते हुए।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर 2017
अखिल भारतीय कांग्रेस सोशल आॅर्गनाइजेशन ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर एनेक्सी में आयोजित सद्भावना दिवस के अवसर पर देश के समाजसेवियों, पत्रकारों, साहित्यकारों, उद्यमियों, खिलाड़ियों, चिकित्सकों, शिक्षा शास्त्रियों, पर्यावरणविदों, लोक कलाकारों, धर्मगुरुओं को ‘महात्मा गांधी नेशनल पीस अवार्ड 2017’ से सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता प्रख्यात जैन संत एवं आदिवासी जनजीवन के प्रेरणास्रोत गणि राजेन्द्र विजयजी ने की जबकि मुख्य अतिथि ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट (आतंकवाद विरोधी मोर्चा) के चेयरमैन श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा थे। मुख्य वक्ता आचार्य अजय एवं सुखी परिवार फाउंडेशन के राष्ट्रीय संयोजक श्री ललित गर्ग थे।
गणि राजेन्द्र विजय ने महात्मा गांधी की जन्मभूमि गुजरात में गैर आदिवासी लोगों को आदिवासी बनाकर लाभ पहुंचाये जाने की घटनाओं का तीव्र विरोध करते हुए कहा कि यह गांधी के सिद्धांतों के विपरीत है। समतामूलक समाज की स्थापना के लिए किसी के अधिकारों का हनन एक अपराध है। गांधी की अहिंसा और नैतिकता इस तरह के राजनीतिक षडयंत्र की कभी भी इजाजत नहीं दी। हमें गांधी के सपनों का समाज बनाना है तो राजनीति में शुचिता एवं पवित्रता को स्थापित करना होगा।
गणि राजेन्द्र विजयजी ने आगे कहा कि आज आदिवासी समाज को जागरूक होने की जरूरत है। अक्सर उनका राजनीतिक शोषण होता रहा है। आज सबसे बड़ी अपेक्षा यह है कि आदिवासी अपना मूल्यांकन करना सीखे और खोई प्रतिष्ठा को पुनः अर्जित करे। यह कार्य राजनीति के आधार पर संभव नहीं है। इसके लिए संतपुरुषों एवं संस्कृतिकर्मियों को जागरूक होना होगा और एक सशक्त मंच बनाकर आदिवासी संस्कृति को जीवंत करना होगा।
श्री मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कहा कि आजादी के वास्तविक अर्थ को हासिल करने के लिए एक नई क्रांति करनी होगी। वर्तमान राजनीति में आजादी के वास्तविक मायने धुंधलाएं हैं। आजाद भारत का स्वप्न था हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आपस में सब भाई-भाई। लेकिन वोट की राजनीति ने इन सबके बीच में दूरियां पैदा कर दी है। महात्मा गांधी की अहिंसा एवं भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल के जोश को जिंदा करना होगा। आचार्य अजय ने अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। आॅल इंडिया कांग्रेस सोशल आॅर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. मोहम्मद रियाज ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि एक लाख से अधिक सदस्य इस संस्था के साथ जुड़े हुए हैं। इस अवसर पर पत्रकार पं. नरेन्द्र शर्मा, श्री ललित गर्ग, श्री शत्रुधन सिंह चैहान, बहाई धर्म के डाॅ. ए. के. मर्चेंट आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए राजनीतिक विसंगतियों पर तीखा प्रहार किया।

(बरुण कुमार सिंह)
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