पटना, 15 दिसंबर: सन 47 के पहले और बाद में भारतीय सेना में अदम्य साहस और वीरता की मिशाल पेश करने वाले अमर शहीद सूबेदार जोगिंदर सिंह के बायोपिक का फर्स्ट लुक आज पटना में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जारी किया गया। इस दौरान फिल्म के अभिनेता गिप्पी ग्रेवाल ने गुरू गोविंद सिंह महाराज को याद करते हुए कि बिहार की धरती वीरों की धरती है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि बिहार के लोगों का भी मेरी हिंदी फिल्म ‘सूबेदार जोगिंदर सिंह’ को प्यार मिलेगा। बता दें कि भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत राष्ट्र के सर्वोच्च युद्ध सम्मान – परमवीर चक्र ‘सूबेदार जोगिंदर सिंह’ को सम्मानित किया था।
गौरतलब है कि इस फिल्म में पंजाब के सुपर स्टार गिप्पी ग्रेवाल सूबेदार जोगिंदर सिंह की भूमिका में नजर आ रहे हैं। एक जाबांज वीर की कहानी में सूबेदार जोगिंदर सिंह के किरदार के लिए गिप्पी ग्रेवाल ने काफी मेहनत की है। उन्होंने कहानी को जीवंत बनाने के लिए पहाड़ की दुर्गम चोटियों पर भी शूटिंग की और शूट के दौरान पहाड़ पर फिसलने से घायल भी हो गये। उन्होंने इस फिल्म में खुद को सूबेदार के जैसा दर्शाने के लिए शारीरिक तौर पर बदला। इतना ही नहीं, उन्होंने चोटिल होने के बावजूद भी फिल्म के ज़्यादातर स्टंट्स खुद ही किए।
सूबेदार जोगिंदर सिंह शहीद होने से पूर्व 1962 में चीन के साथ हुई लड़ाई में शामिल हुए। तब वे एक पलटन के कमांडर थे। दुर्गम क्षेत्र नेफा में सूबेदार जोगिन्दर सिंह ने अपनी मानसिक दृढ़ता का परिचय देते हुए दर्जनों चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। भारत-चीन की लड़ाई को इस फिल्म में 14000 फ़ीट की ऊंचाई पर फिल्माया गया है, इस दौरान पहाड़ की दुर्गम चोटियों शूटिंग दौरान पहाड़ पर फिसलने से अभिनेमा गिप्पी ग्रेवाल घायल भी हो गये थे। इसके अलावा भी इस फिल्म में उन्होंने ज़्यादातर स्टंट्स खुद ही किये। फिल्म की शूटिंग खूबसूरत और खतरनाक जगहों जैसे – कारगिल और द्रास, राजस्थान एवं असम में हुई, जहां फिल्म के कास्ट एंड क्रू को कई घंटो तक गाड़ी एवं पैदल यात्रा करनी पड़ती थी।