जैन समाज का सबसे बड़ा उपाधि अलंकरण हुआ प्रारम्भ

इन गुरु भगवंतो को भेंट करेंगे नवकार उपाधि

navkaar-upadhi-alankran-300x288कोलकाता / उज्जैन / पुणे : समाजसेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार के रूप में देश और समाज में नई क्रांति लाने के प्रयत्न करने वाले स्व. अशोक जी लुनिया के द्वारा स्थापित नवकार उपाधि अलंकरण (2) 2017 का आयोजन 15 दिसंबर से प्रारम्भ होकर भारत सहित विश्व स्तर पर नेपाल एवं अमेरिका में जैन गुरु भगवंतो को पहली बार सकल जैन समाज का प्रतिनिधित्व मंडल द्वारा नवकार उपाधि से अलंकरण करना प्रारम्भ हो चूका है. आयोजन के आयोजक पत्रकार विनायक अशोक लुनिया ने बताया की पहली बार इस स्तर पर गुरु भगवंतो को सकल जैन समाज द्वारा उपाधि भेंट किया जा रहा है. जो की अपने आप में समाज का हर तबका एक पुण्याई का अनुभव कर रहा है. श्री लुनिया ने बताया की गुरु भगवंतों की पद की गरिमा का पूर्ण ध्यान रखते हुए चार श्रेणी में 1 – नवकार गुरु महारत्न उपाधि, 2 – नवकार गुरु रत्न उपाधि, 3 – नवकार गुरु कर्मयोगी रत्न उपाधि, 4 – नवकार साध्वी रत्न उपाधि से अलंकरण किया जा रहा है. आयोजक श्री लुनिया के अनुसार चारो श्रेणी में गुरु भगवंतो के नाम पर विचार करने के लिए एक समिति का गठन गठन किया गया जिसकी अध्यक्षता “साधु सेवा अवार्ड” से सम्मानित रमेश ओसवाल पुणे द्वारा किया गया. समिति अध्यक्ष रमेश ओसवाल ने बताया की कई बातों को ध्यान में रखते हुए विचार समिति ने निर्णय लिया है.
गुरु भगवंतो की सूचि श्रेणी अनुसार इस प्रकार :-
अ – नवकार गुरु महारत्न उपाधि
१- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री विद्या सागर जी महाराज साहेब (दिगंबर संप्रदाय)
२- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री महाश्रमण जी महाराज साहेब (तेरापंथ संप्रदाय)
३- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री शिवमुनि जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर श्रमण संघ)
४- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री दौलतसागर सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर श्री आनंदसूरी म.सा.संप्रदाय)
५- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री पुण्यपाल सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री रामचंद्र सूरी म.सा.संप्रदाय)
६- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जयघोष सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री भुवनभानु सूरी म.सा.संप्रदाय)
७- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री कलाप्रभ सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री कनक कलापूर्ण सूरी म.सा.संप्रदाय)

ब- नवकार गुरु रत्न उपाधि
१- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री अभयदेव सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री डेहलावाला संप्रदाय)
२- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री हेमप्रभ सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री केशर सूरी म.सा.संप्रदाय)
३- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री प्रकाशचंद्र जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री ज्ञान गच्छ संप्रदाय)
४- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री वर्धमान सागर जी महाराज साहेब (दिगंबर संप्रदाय)
५- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री वल्लभ सूरी म.सा. संप्रदाय)
६- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री मणिप्रभ सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री खतरगच्छ संप्रदाय)
७- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री गुणोदय सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री अचलगच्छ संप्रदाय)
८- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री रामलाल जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री साधु मार्गी संप्रदाय)
९- परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री नित्यसेन सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर, श्री त्रिस्तुतिक संप्रदाय प्रथम)

स- नवकार गुरु कर्मयोगी रत्न उपाधि
१- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री रत्नसुन्दर सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर संप्रदाय)
२- राष्ट्रसंत परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री चन्द्राननसागर सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर संप्रदाय)
३- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री हर्षसागर सूरीश्वर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर संप्रदाय)
४- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री सूर्यसागर जी महाराज साहेब (दिगंबर संप्रदाय)
५- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री दिव्यानंद सूरीश्वर जी महाराज साहेब – निराले बाबा (श्वेताम्बर संप्रदाय)
६- परम पूज्य आचार्य भगवंत श्री योगेश जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर संप्रदाय, सिद्धायतन, यू.एस.ए.)
७- राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरु भगवंत श्री कमल मुनि कमलेश जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर स्थानकवासी संप्रदाय)
८- परम पूज्य गुरु भगवंत श्री रूपचंद मुनि जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर स्थानकवासी संप्रदाय)
९- परम पूज्य गुरु भगवंत श्री नयपद्मसागर जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर संप्रदाय)
१०- राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरु भगवंत श्री मुनि तरुण सागर जी महाराज साहेब (दिगंबर संप्रदाय)
११- राष्ट्रसंत परम पूज्य गुरु भगवंत श्री नम्रमुनि जी महाराज साहेब (श्वेताम्बर स्थानकवासी संप्रदाय)

द- नवकार साध्वी रत्न
सूचि जल्द प्रकाशित किया जायेगा.

उपाधि अलंकरण 15 जनवरी 2017 तक समस्त संप्रदाय के समाजजन समूह के उपस्थिति में समिति के द्वारा गुरुदेव को भेंट किया जायेगा. समिति का चयन जारी है इच्छुक समाजसेवी अपने विवरण के साथ संपर्क कर सकते है.

विनायक अशोक लुनिया
आयोजक “नवकार उपाधि अलंकरण”
8109913008 (व्हाट्स ऐप एवं कॉल)

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