भारत का पब्लिक क्लाउड बाजार 53 प्रतिशत बढ़ा: आकाश अंबानी

इंडिया डिजिटल ओपन समिट को किया संबोधित

Picमुंबई, 19 जनवरी: भारत का पब्लिक क्लाउड बाजार 53 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए 2020 तक 4 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएंगा। विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था उतनी ही तेजी से डिजिटाइज भी हो रही है और इससे पब्लिक क्लाउड बाजार को प्रोत्साहन मिल रहा है। ये बात आज आकाश अंबानी, डायरेक्टर, रिलायंस जियो इंफोकॉम ने कही।
आज यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपनी पहली एकल उपस्थिति दर्ज कराते हुए आकाश अंबानी, भारत के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के बड़े बेटे, ने ओपन सोर्स, आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन और ओपनस्टाक पर खुल कर बात की और अपने विचार रखे।
उन्होंने आज इंडिया डिजिटल ओपन समिट में कहा कि भारत का पब्लिक क्लाउड बाजार 2018 में 2.6 अरब डॉलर और 2020 तक 4 अरब डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।
गार्टनर इंक ने अनुमान लगाया था कि वर्ष 2017 में भारत में पब्लिक क्लाउड सेवाओं का बाजार 1.81 अरब डॉलर तक रहा है।
पब्लिक क्लाउड कंप्यूटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकियों का उपयोग करता है, जो कि प्रदाता संगठन के बाहर हैं।
गार्टनर का कहना है कि सार्वजनिक क्लाउड सेवाओं का उपयोग करने से नए स्तर पर अर्थव्यवस्थाओं के प्रकार का विस्तार होगा और संसाधनों को साझा करना में सुविधा करता है जो लागत को कम कर सकते हैं और प्रौद्योगिकियों के विकल्प को बढ़ा सकते हैं।
देश में तेजी से बढ़ती 4जी टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनी रिलायंस जियो के निदेशक अंबानी ने कहा कि ओपन सोर्स उनकी कंपनी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और उनकी कंपनी ओएनएपी सहित कई परियोजनाओं में भाग ले रही है।
ओपन नेटवर्क ऑटोमशन प्लेटफॉर्म (ओएएनपी) एक खुला स्रोत नेटवर्किंग स्वचालन मानक है, और ये भविष्य के नेटवर्क के काम करने के अंदाज को पूरी तरह से बदलने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वैश्विक तौरपर ओपन सोर्स समुदाय तकनीकी विकास के क्षेत्रों में दिलचस्पी को बढ़ा रहा है। अंबानी ने कहा कि आर्टिफिकल इंटेलीजेंस सभी के लिए मुख्य धारा का माध्यम बन रहा है।
उन्होंने कहा, एआई परियोजनाओं ने निरंतर नवाचार को सक्षम करने के लिए ओपन सोर्स का लाभ लिया है। साथ ही ब्रॉडबैंड के साथ, बुनियादी ढांचे को सक्षम करने वाली एक प्रमुख तकनीक क्लाउड है। जिसका तेजी से प्रसार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ओपनस्टाक-दुनिया की सबसे बड़ी संपूर्ण ओपन सोर्स क्लाउड परियोजना है, जो कि अधिक से अधिक परियोजनाओं और उद्यमियों को 60 से अधिक डेटा सेंटर्स के माध्यम से लाभ प्रदान कर रही है। इसके डेटा सेंटर पब्लिक और प्राइवेट क्लाउड सेवाओं को पूरे विश्व में प्रदान कर रहे हैं, जिनमें रिलायंस जियो भी शामिल है।
आकाश अंबानी ने कहा कि पिछला वर्ष एआर/वीआर (संवर्धित वास्तविकता और आभासी वास्तविकता) के लिए विश्व स्तर पर प्रमुख बिंदु था। भारत में, एआर / वीआर अभी भी अपनाने के प्रारंभिक चरण में है, लेकिन बाजार अगले पांच वर्षों में 50 प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर दर्ज करेगा।
इसके अलावा, 2017 ब्लॉकचैन और डिजिटल करेंसी का वर्ष था, जिसमें बिटकॉइन को लेकर काफी अधिक चर्चा रही है।
उन्होंने कहा कि ‘‘क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन के अलावा कई अन्य प्रमुख समाधान भी प्रदान कर रहा है जिनमें ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म शामिल है जो कि एक वितरित लेजर सिस्टम के साथ सुरक्षित लेनदेन को सक्षम बनाता है।’’
बिटकॉइन के अलावा, बैंक / फिनटेक, हेल्थकेयर, रियल इस्टेट, एजुकेशन, 5जी और आईओटी और कृषि में भी उपयोगिता प्राप्त कर रही है।
उन्होंने कहा कि ‘‘ये सभी क्षेत्र हैं जिन पर मुझे विश्वास है कि ये हर भारतीय को गहराई से प्रभावित कर सकते हैं, उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में सुधार कर सकते हैं। जियो इन अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों तक पहुंच प्रदान करके एक अरब भारतीयों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के साथ ही और भी काफी कुछ करना चाहता है। हम अपने हर ग्राहक के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं और उन्हें आधुनिक और बेहतरीन सेवाएं प्रदान करना जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि जियो उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए ओपन सोर्स प्रौद्योगिकियों में योगदान करने और उनका उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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