उप्र में अंबेडकर की मूर्तियां तोड़े जाने से तनाव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन को जिस बात का डर था सूबे में वही हो रहा है। लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती की मूर्ति टूटने के बाद यह सिलसिला अब पूरे सूबे में शुरू हो गया है। मऊ, सीतापुर व जौनपुर जिलों में बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने से रविवार को तनाव फैल गया। स्थानीय प्रशासन ने हालात को संभालने में खूब पसीने बहाए।

मऊ के खालिसपुर में अंबेडकर मूर्ति तोड़ने व भगवान बुद्ध की प्रतिमा उठा ले जाने से रविवार सुबह नाराज ग्रामीणों ने मऊ-बलिया राजमार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंका। जौनपुर के खतीरपुर भैंसा गांव में शनिवार रात अंबेडकर मूर्ति तोड़े जाने के बाद वहां तनाव पैदा हो गया। सूचना पर भारी पुलिस बल व अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने अंबेडकर सभा के सदस्यों के साथ बैठककर तत्काल अंबेडकर की दूसरी मूर्ति स्थापित करा दी। पुलिस ने कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीतापुर में रविवार को अराजकतत्वों ने अंबेडकर मूर्ति क्षतिग्रस्त कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। सूचना पर पुलिस-प्रशासन ने रात को ही गांव में पहुंचकर मूर्ति को दुरुस्त कराया। इसके बाद गांव में फैले तनाव पर काबू पाया जा सका।

मूर्ति जिले के इमलिया सुल्तानपुर क्षेत्र के ग्राम जमलापुर में अंबेडकर पार्क में स्थापित है। गौरतलब है हाल ही में मायावती की मूर्ति तोड़े जाने के बाद राज्य सरकार ने पुलिस को अलर्ट रहने के लिए कहा था। साथ ही, पुलिस महकमे में फरमान जारी हुआ था कि मूर्ति टूटने पर उस क्षेत्र क थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारी की जवाबदेही होगी।

 

error: Content is protected !!