(फ़िरोज़ खान)बारां27 अगस्त । अंता थाना में आज आयोजित की गयी सी एल जी की बैठक मात्र औपचारिकता रही क्योंकि बैठक की अधिकाँश सदस्यों व पत्रकारों को जानकारी दी ही नहीं गयी।
आगामी तेजा दशमी , डोल ग्यारस , गणेश चतुर्थी सहित आगामी त्योहारों को देखते हुए आज पुलिस प्रशासन द्वारा सी एल जी की बैठक आहूत की गयी। बैठक की ख़ासियत यह रही की इस बैठक की जानकारी अधिकाँश सदस्यों और पत्रकारों थी ही नहीं। पुलिस प्रशासन द्वारा चन्द सुर में सुर मिलाने वालों को बुलाकर सी एल जी की बैठक की औपचारिकता पूरी कर ली गयी। जबकि इन दिनों लगभग 15 वर्षों से बन्द पड़ा सट्टा व्यवसाय पुनः धड़ल्ले से चल पड़ा है। मादक प्रदार्थों की बिक्री बंधी के दम पर चल रही है। थाने में चाहे मुल्ज़िम हो या फरियादी सेवा शुल्क दोनों को ही चुकाना पड़ रहा है , पूर्णतया निरंकुशता का वातावरण अन्ता थाने में चल रहा है । कुछ ईमानदार पुलिस कर्मी थाने की व्यवस्था से दुःखी हैं लेकिन कर कुछ सकते नहीं । वहीं कुछ चाटुकार लोगों को अपने पक्ष में करके “आल इस वैल” का माहोल बनाया जा रहा है। सी एल जी बैठक में लिए गए निर्णयों पर कोई कार्यवाही कभी हुई नहीं इसके चलते जागरूक और समस्याओं के प्रति समर्पित सदस्य व्यवस्था से दुःखी है।
क्या जिला पुलिस कप्तान , डी वाई एस पी अन्ता और सत्ता धारी व विपक्ष के नेता थाने में व्याप्त अव्यवस्थाओं और फिर से पैर पसारते भृष्टाचार पर अंकुश लगाने में अपना योगदान देंगे या अपनी आँखे बन्द कर आम जनता के जले पर नमक छिड़कते हुए “आल इस वैल” की पंक्ति को दोहराएंगे ………….
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