बीकानेर, 26 जुलाई। जिला परिषद सभागार में बुधवार को कौशल विकास प्रशिक्षण के लक्ष्यों के सम्बंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में अधिशाषी अभियन्ता सुरेश खत्री ने मनरेगा के तहत लाईफ प्रोजक्ट के लक्ष्यों को पूर्ण करने के साथ-साथ लाभान्वित प्रशिक्षणार्थियों के लिए ऋण की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत श्रमिकों को कौशल प्रशिक्षित करने तथा रोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से जिला तथा पंचायत समिति स्तर पर कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने बताया कि जिले में आरएसएलडीसी के वर्ष 2017-18 के लक्ष्य पूर्ण करने व दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण केन्द्र उपलब्ध करवाने तथा 1035 नवीन अभ्यर्थियाें को प्रशिक्षण देने के लिए कलैण्डर जारी किया गया था। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियाें की संख्या बढ़ाकर 3000 करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रशिक्षण केन्द्र बीकानेर में ही स्थापित करने तथा वर्तमान में चल रहे सिलाई प्रशिक्षण शिविर में नियमित निरीक्षण व प्रशिक्षण की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा।
आरजीएवीपी के तहत 203 के लक्ष्याें को पूर्ण करने के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने व वर्ष 2017-18 के लक्ष्याें की प्रगति पूर्ण करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि आरसेटी द्वारा गत वर्ष जिले में 320 के लक्ष्य के विरूद्ध 419 लाभार्थियों को वर्ष 2016-17 में प्रशिक्षण दिया गया। आरसेटी को इस वर्ष प्रशिक्षण देने का लक्ष्य 611 से बढ़ाकर 1400 करने के निर्देश दिए गए। साथ ही सम्बन्धित संस्थाआें को प्रशिक्षण केलैण्डर प्रेषित करने को कहा गया।
बैठक में राजीविका प्रबंधक सरोज कंवर, निदेशक आर सेटी प्रभुदयाल, आरएसएलडीसी से विवेक शर्मा, राजकुमार खत्री सहित जिला परिषद के समन्वयक आईईसी गोपाल जोशी व समन्वयक प्रशिक्षण सुनील जोशी ने आगामी कार्य योजना पर प्रकाश डाला।
– मोहन थानवी