हिंदी सप्ताह समापन एवं राजभाषा कार्यशाला का आयोजन

IMG20170920170418आज दिनांक 20 सितम्बर 2017 को अश्व उत्पादन परिसर, बीकानेर में हिंदी सप्ताह समापन एवं राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. त्रिभुवन शर्मा, अधिष्ठाता पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान, बीकानेर ने कहा कि हमारी भावनाओं कि पूर्ण अभिव्यक्ति मातृभाषा में ही होती है । भारत के विश्व गुरु बनने के लिए हमारी संस्कृति में बदलाव जरूरी है और हमारी भाषा हिंदी हमारी संस्कृति एक अहम् पहलू है । उन्होंने कहा कि दूसरी भाषाओँ के साथ हमारी अपनी भाषा हिंदी का ज्ञान होना वर्तमान और आने वाले पीढ़ी के लिए बहुत जरूरी है । वैज्ञानिक तकनीक और कार्यकुशलता का समुचित उपयोग हिंदी भाषा से ही संभव है ।
राजभाषा कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री राजेंद्र जोशी, प्रख्यात कवि एवं लेखक ने साहित्य का हिंदी भाषा के विकास में योगदान विषय पर व्याखान दिया । उन्होंने हिंदी भाषा के विकास के लिए साहित्य व् साहित्कार के अलावा हम सभी का हिंदी के प्रति सम्मान और कर्तव्यबोध का होना महत्पूर्ण बताया । उन्होंने आगे कहा कि हिंदी दिवस/सप्ताह/पखवाडा या हिंदी मास सिर्फ दिखावे तक सीमित न रह जाये बल्कि राजभाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के सार्थक प्रयास जरूरी हैं। हिंदी को विज्ञान की भाषा और हिंदी भाषा को विज्ञान की भाषा बनाने पर बल दिया ।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि डॉ एन. डी. यादव ने हिंदी को इसकी उचित स्थान के लिए प्रयास और राजभाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के दिशा में कार्य करने पर बल दिया । उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को संदेश दिया कि विदेशी माध्यम से हटकर शोध पत्र हिंदी भाषा में प्रकाशित किये जाएँ जिससे कृषकों को शोध कार्य का समुचित लाभ मिल सके।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं प्रभारी, अश्व उत्पादन परिसर, बीकानेर डॉ शरत चन्द्र मेहता ने हिंदी सप्ताह के दौरान हिंदी को बढ़ावा देने के दिशा में लिए गए महत्पूर्ण निर्णयों जैसे अश्व उत्पादन एवं कृत्रिम गर्भाधान विषय पर हिंदी में संकलन, परिसर के आगामी समाचार पत्र में हिंदी में सारांश जोड़ना, परिसर के सभी प्रदर्शन पट्ट का द्विभाषीय में प्रदर्शन, अश्व संरक्षण एवं संवर्धन प्रचार सामाग्री को द्विभाषीय करना इत्यादि के लिए कार्य करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हम हिंदी भाषा के विकास और विस्तार की ओर अग्रसर हैं ।
हिंदी सप्ताह आयोजन के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं (हिंदी टिप्पण, हिंदी आशुभाषण) का आयोजन किया गया और विजेताओं को पुरुस्कृत किया गया। हिंदी आशुभाषण प्रतियोगिता में डॉ रमेश कुमार, डॉ. तिरुमाला राव और डॉ प्रकाश आनंद बाला क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहे। जबकि हिंदी टिप्पण प्रतियोगिता में श्री नरेन्द्र चौहान, डॉ जितेन्द्र सिंह और श्री ओम प्रकाश क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ संजय कुमार रवि (परिसर राजभाषा अधिकारी) और डॉ प्रकाश आनंद बाला, वैज्ञानिक, परिसर द्वारा किया गया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ रमेश कुमार, वैज्ञानिक, परिसर द्वारा किया गया ।

प्रभारी,
अश्व उत्पादन परिसर, बीकानेर

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