जयपुर में आयोजित भारतीय ट्रेलब्लेज़र महिला पुरस्कार समारोह में 5 राज्यों की 41 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस समारोह में ममता सारस्वत को भारतीय ट्रेलब्लेज़र महिला पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ममता ने विपरीत परिस्थितियों से जूझते हुए समाज में अपना एक मुकाम हासिल किया है। वे एकल अभिभावक होते हुए भी अपने दोनों बच्चों को अच्छे शिक्षण संस्थानों में पढ़ा रही हैं। उन्होंने विवाह के 10 वर्ष बाद अपनी शिक्षा पूर्ण की थी। उन्हें बच्चों से विशेष स्नेह है, इसलिए उन्होंने अध्यापन को ही अपना कॅरियर चुना। वे जयपुर के कई प्रतिष्ठित विद्यालयों में अध्यापन कर चुकी हैं। वे एक विदेशी कंपनी के लिए भी काम कर रही हैं। उनका कहना है कि अपनी खुशियों की चाबी कभी किसी को न दें; आप अपनी मेहनत और लगन से जिंदगी के अगले पड़ाव को खूबसूरत बना सकते हैं।