बीकानेर, 17 अक्टूबर 2017। राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय द्वारा आयोजित सात दिवसीय धनवंतरि जयंती समारोह का मंगलवार को समापन हुआ। इस अवसर पर ‘आयुर्वेद में वेदना हरण चिकित्सा’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि महापौर नारायण चौपड़ा ने कहा कि आयुर्वेद, दुनिया की पुरातन एवं विश्वसनीय चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। यह विभिन्न बीमारियों को समूल नष्ट करने के दृष्टिकोण से बेहद कारगर है। डॉ. गौरीशंकर शर्मा ने कहा कि इस चिकित्सा पद्धति में किसी प्रकार की साइड इफेक्ट की संभावना नहीं रहती। आयुर्वेद दवाईयां, एलोपेथी की भांति बेहद कारगर हैं। डॉ. कौशल्या सोनी ने कहा कि गर्भवती माताओं को होने वाली पीड़ा को दूर करने में आयुर्वेद पद्धति उपयोगी है। वहीं महिलाओं से संबंधित अन्य जटिल रोगों का निदान भी इस पद्धति से किया जा सकता है।
पंचकर्म चिकित्सा प्रभारी नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि इस पद्धति के माध्यम से कमर, जोड़ों एवं गंभीर सिरदर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक महावीर सिंह राठौड़ ने सात दिवसीय समारोह के बारे में बताया तथा अतिथियों का आभार जताया। पूर्व उपनिदेशक तुलसीराम चौधरी तथा सहायक जिला आयुर्वेद अधिकारी राधेश्याम इंदौरिया ने भी आयुर्वेद के महत्त्व के बारे में बताया। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों, परिचारकों एवं कम्पाउडरों को सम्मानित किया गया। इससे पहले भगवान धनवंतरि की पूजा अर्चना की गई।
– मोहन थानवी