बेमिसाल व्यक्तित्व के धनी थे नेहरू जीः-मार्शल

01बीकानेर, 14 नवंबर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशों की अनुपालना में आज प्रातः11ः00 बजे देहात कांग्रेस कार्यालय परिसर में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व.पं.जवारलाल नेेहरू जी जयन्ति (बालदिवस) के अवसर पर उनके तेल चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांज्जली अर्पित की गई।
इस अवसर पर सेवादल के प्रदेश संगठक मार्शल प्रहलादसिंह, ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नेहरू जी को बच्चों से बेहद प्यार था, स्वास्थ और प्रसन्न बच्चों के रूप में ही वे भविष्य के भारत की सुख समृद्धि की तस्वीर देखते थे नेहरू जी ने कहा था ‘‘कि कोई आसमान के सितारे देखकर देश का भविष्य बताए तो मुझे हैरत होती है, उनका मानना था यदि हमें खुशहाल, समृद्ध और स्वस्थ भारत की तस्वीर देखनी है, तो बच्चों के प्रसन्न और स्वस्थ चेहरों मंे देखे। नेहरू जी की मृत्यु पर विश्व के तमाम राष्ट्रों ने अपने झण्डे झुका दिए थे। नेहरू जी की वासीयत देश की पावन मिटृी है, मृत्यु पर उनकी इच्छानुसार भस्मी (उनकी राख) हवाई जहाज से खेतों में बिखेर दी गयी थी। विश्वशंाति के अग्रदूत, पंचशील के पुजारी, सह अस्तित्व के समर्थक राष्ट्र प्रणेता, नवनिर्माता-नेहरू को देश व दुनियां का इतिहास कभी नही भुला सकता।
इस अवसर पर महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव सुषमा बारूपाल,देहात ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि नेहरूजी ने अन्तिम समय में कहा था कि मेरी अस्थियांे का एक छोटा भाग गंगा में प्रवाहित करवा देना और अस्थियांे का कोई हिस्सा संरक्षित मत करना । बची हुई अस्थियांे को ऊपर हवा में ले जाकर खेतों में बिखराव करवाना जहां भारत के किसान खेती करते है,ताकि वे भारत की धरती के साथ मिलकर भारत का एक अभिन्न भाग बन सके।
कार्यालय सहायक श्याम सुन्दऱ ने बताया कि देहात कांग्रेस (विधि प्रकोष्ठ) अध्यक्ष एडवोकेट ओमप्रकाश जाखड, एडवोकेट मनोज नायक, एडवोकेट दिनेश मूण्ड, कार्यालय प्रभारी श्रीराम पवांर, चम्पालाल बारूपाल, याकुब अली कलर, इमरताराम नायक, रामरतन, राजूराम नैण, यूवा कांग्रेस महासचिव महेन्द्र कूकणा, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मोजूद रहे।

( मार्शल प्रहलादसिंह)
प्रदेश संगठक
प्रदेश कांग्रेस सेवादल

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