बीकानेर, 14 नवम्बर। बच्चों को संवेदनशील वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार की पहल पर बाल दिवस के अवसर पर पहली बार मंगलवार को बाल दिवस सप्ताह शुरू हुआ। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित समस्त केन्द्रों पर एक साथ गुब्बारे उड़ा कर बाल अधिकारों के संरक्षण का संदेश दिया गया।
बालिका गृह में आयोजित कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वाईके शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार तथा बालिका गृह के अन्य स्टाफ ने बालिकाओं के साथ आसमान में गुब्बारे छोड़े। कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वाईके शर्मा ने कहा कि बच्चे समाज के सबसे संवेदनशील अंग हैं और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रत्येक स्तर पर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य सुरक्षित बना कर ही हम देश का भविष्य सुरक्षित बना सकते हैं।
पंवार ने कहा कि बाल दिवस के अवसर पर हमें बाल अधिकारों के संरक्षण की शपथ लेनी चाहिए। बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवा, उन्हें सुरक्षित भविष्य दिया जा सकता है। घर, परिवार, स्कूल सहित समस्त स्थानों पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परिजनों तथा गुरूजनों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसा वातावरण निर्माण किया जाए, जिससे बच्चे बिना किसी झिझक के अपनी समस्या बड़ों को बता सकें। बाल दिवस सप्ताह के शुभारंभ के अवसर पर मूक बधिर बच्चों के विशेष आवासीय विद्यालय में भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर अतिथियों व बच्चों ने देश के प्रथम प्रधानमंत्राी स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू के चित्रा पर माल्यार्पण किया। बच्चों ने चाचा नेहरू के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। कार्यक्रम में अतिथियों की ओर से बच्चों को टॉफियां, चॉकलेट वितरित की गई। पंवार ने बताया कि सप्ताह के तहत बुधवार को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ विषय पर वाद-विवाद एवं चित्राकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा तथा टीकाकरण के संबंध में जागरूकता हेतु संबंधित विभाग द्वारा मेडीकल चैकअप किया जाएगा।
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