सिन्धी अकादमियों में आपसी सामन्जस्य स्थापित किया जायेगा

Untitledजयपुर, 16 नवम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी देशभर की सिन्धी अकादमियों – गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर-प्रदेश एवं राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद, नई दिल्ली के सहयोग से सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के उत्थान के लिये कार्य करेगी।

अकादमी सचिव ने बताया कि अकादमी अध्यक्ष श्री हरीश राजानी ने गुरूवार, 16 नवम्बर, 2017 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के कार्यालय का दौरा किया। उन्होंने विकास परिषद के निदेशक श्री रवि टेकचंदानी से राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद की योजनाओं एवं गतिविधियों की जानकारी ली। श्री टेकचंदानी ने विस्तार से परिषद की योजनाओं की जानकारी देते हुये राजस्थान सिन्धी अकादमी के परस्पर सहयोग से कार्य करने का निमंत्रण दिया।

श्री राजानी ने सिन्धी अकादमियों में आपसी सामन्जस्य स्थापित कर सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के विकास की योजनायें बनाने पर बल देते हुये राष्ट्रीय सिन्धी विकास परिषद के सहयोग की अपील की। श्री टेकचंदानी ने कहा कि विकास परिषद प्रशासन के स्तर पर देश की समस्त सिन्धी अकादमियों के परस्पर सहयोग से सिन्धी भाषा के संरक्षण एवं संवर्द्धन की योजनाओं में हर-संभव सहयोग देने के लिये सदैव तत्पर हैं।

सचिव

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