जोगाराम सारण का पत्र वाचन के लिये चयन

2017-11-16-PHOTO-00000019बाडमेर, महाराजा सूरजमल स्मारक शिक्षा समिति,नई दिल्ली द्वारा ” द जाट्स: देयर रोल एंड कांट्रीब्युशन ऑफ सोसियो- इकॉनोमी एंड पोलिटी सिस्टम इन नॉर्थ एंड वेस्ट-नॉर्थ इंडिया” विषय पर आधारित राष्ट्रीय जाट इतिहास सेमीनार में बाडमेर जिले के जोगाराम सारण का चयन हुआ है. सारण के पत्र का टॉपिक “जाट संस्थाअों की प्रासांगिकता” चयनित हुआ है. इस विषय पर २ व ३ दिसम्बर को नई दिल्ली के जनकपुरी स्थित समिति के कार्यालय में सेमीनार का आयोजन होगा. सेमीनार में भारत भर से इतिहास के प्रोफेसर और जानकार हिस्सा लेगें.
शोध पत्र में बाडमेर जिले की किसान व जाट संस्थानों की स्थापना, आवश्यकता, उपलब्धियों, शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक योगदान एवं वर्तमान प्रासांगिकता सहित विभिन्न पहलुओं पर गहनता से प्रकाश डाला गया है.
श्री किसान शोध संस्थान लायब्रेरी गरल बाडमेर के निदेशक जोगाराम सारण ने इससे पहले तीन बार राष्ट्रीय सेमीनार में पत्र वाचन कर समाज और जिले का नाम रोशन किया. सारण आधा दर्जन पुस्तकें भी लिख चुके है और कई संस्थानों से सम्मानित हो चुके है.

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