किसानों को कृषि क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध व तकनीक का लाभ मिले

DSC_0402बीकानेर, 16 नवम्बर। केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि किसानों को कृषि क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध व तकनीक का लाभ मिले, जिससे वे कृषि उत्पादन बढ़ा सकें। इससे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का सपना साकार हो सकेगा।

श्री मेघवाल गुरूवार को भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क बागवानी संंस्थान सभागार में “शुष्क क्षेत्रीय फल एवं सब्जियों में उन्नत तकनीक द्वारा दुगुनी आय“ विषयक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित 21 दिवसीय शीतकालीन प्रशिक्षण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज के लिए उचित बाजार मिले, इसके लिए समन्वित प्रयास किए जाएं। इस क्षेत्र की परम्परागत सब्जियों सांगरी, केर, कूमठ, काचरी, लोईया, ग्वारफली आदि का विकास किया जाए। उन्होंने पंचकूटा जैसी महत्त्वपूर्ण मिश्रित सब्जी के विकास व प्रचार-प्रसार देश एवं विदेश में करके व्यावसायिक स्तर पर इसे आगे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने संस्थान द्वारा खेजड़ी के “खोखों“ के आटे से तैयार बिस्कुट की सराहना की।

श्री मेघवाल ने कहा कि किसानों एवं वैज्ञानिकों को साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है, क्योंकि वैज्ञानिकों का साथ मिलने से खेती में आने वाली समस्याओं की पहचान एवं समय रहते उनका उचित समाधान हो पाएगा। औषधीय गुण वाले पादपों तुम्बा आदि व मरूस्थल के लिए वरदान खेजडी वृक्ष के उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं का कृषि कार्यों में बडा योगदान है, पर उनके योगदान को पहचान व महत्त्व नहीं मिला। कृषि कार्यों में लगी महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण मिले।

संस्थान के निदेशक प्रो. पी. एल. सरोज ने बताया कि प्रशिक्षण में उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, गुजरात उत्तराखंड और राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों तथा कृषि विज्ञान केन्द्रों के 20 कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2050 तक जनसंख्या की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिये कृषि उत्पादन व उत्पादकता दोगुनी करने की आवश्यकता है। फल-सब्जियों के क्षेत्र में कृषि आय को दोगुनी करने के लिये उत्पादन व उत्पादकता में दक्षता को उन्नत बागवानी प्रौद्योगिकी के माध्यम से बढ़ाना सबसे बेहतर विकल्प है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक व फसल उत्पादन विभागाध्यक्ष डॉ. बी. डी. शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण पाने के बाद ये वैज्ञानिक अपने-अपने क्षेत्रों के किसानों को प्रशिक्षित करते हुए इस अभियान को आगे बढ़ायेंगे। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मुकेश कुमार जाटव ने प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत की। समारोह के दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। उन्होंने गोविन्दराम गोदारा, हनुमान कूकणा, कुशाल सिंह सोढ़ा, भंवरलाल सहित अन्य प्रगतिशील किसानों को संस्थान द्वारा उत्पादित आलू के बीज भी वितरित किये।

इस अवसर पर सहीराम दुसाद, ताराचंद सारस्वत, सहायक मुख्य तकनीकी अधिकारी प्रेम पारीक, रामेश्वर पारीक सहित प्रगतिशील किसान, एसकेआरएयू के अधिकारी, भाकृअनुप के बीकानेर स्थित केन्द्रों के अध्यक्ष एवं वैज्ञानिक उपस्थित थे।

दिये गये व्याख्यान- इस प्रशिक्षण में प्रतिदिन दो सत्रों में विभिन्न विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिये गये। इनमें काजरी जोधपुर के निदेशक डॉ. ओम प्रकाश यादव, राष्ट्रीय बीजीय मसाला अनुसंधान केन्द्र अजमेर के निदेशक डॉ. गोपाल लाल, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. ओमप्रकाश अवस्थी, डॉ. मुकेश कुमार वर्मा, काजरी जोधपुर के प्रियव्रत सांतरा सहित बीकानेर स्थित संस्थानों के अध्यक्ष, एसकेआरएयू के अधिष्ठाता व प्राध्यापक आदि शामिल हैं।

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राजस्व खेलकूद प्रतियोगिता की टीम को झंडी दिखाकर किया रवाना

बीकानेर, 16 नवंबर। कार्यवाहक जिला कलक्टर यशवंत भाकर ने गुरूवार को 20वीं राज्य स्तरीय राजस्व खेलकूद प्रतियोगिता के लिए जिले की टीम को झंडी दिखाकर कलक्ट्रेट परिसर से रवाना किया। प्रतियोगिता 17 से 19 नवंबर तक पाली में आयोजित होगी। इसमें 35 राजस्व कार्मिकों की टीम जिले का प्रतिनिधित्व करेगी। प्रतियोगिता के दौरान विभिन्न स्पर्धाएं आयोजित होंगी।

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जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक आयोजित

बीकानेर, 16 नवंबर। जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक गुरूवार को कार्यवाहक जिला कलक्टर यशवंत भाकर की अध्यक्षता में आयोजित हुई।

बैठक के दौरान औद्योगिक क्षेत्रों की सड़क सीमा में अपशिष्ट डालने वाली इकाईयों के खिलाफ कार्रवाई, करणी औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों के लिए पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पत्र लिखने, नोखा के बीकासर गांव के पास एकत्रित हो रहे गंदे पानी के संंबंध में दोषी इकाईयों के क्लोजर के लिए प्रकरण मुख्यालय भिजवाने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक के दौरान चौपड़ा कटला में अग्निशमन वाहन खड़ा करने के लिए नगर निगम द्वारा कार्मिकों की व्यवस्था का प्रकरण निगम की साधारण सभा में रखने पर चर्चा हुई।

रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि करणी औद्योगिक क्षेत्र में ट्यूबवैल बनाने की स्वीकृति मुख्यालय से प्राप्त हो चुकी है। भाकर ने सीइटी के 16 तथा सीटीओ के 59 लंबित प्रकरणों के संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। .बैठक में राजस्थान वित्त निगम, जोधपुर विद्युत वितरण निगम से संबंधित मामले, भूमि रूपांतरण -आवंटन, नगर पालिका एवं नगर निगम द्वारा दिए जाने वाले लाइसेंस, पोल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तथा फैक्ट्रीज एवं बायलर्स एक्ट के तहत विचाराधीन मामलों पर चर्चा की गई।

बैठक में जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक आरके सेठिया, रीको के सीनियर आरएम एससी गर्ग, नगर निगम के आरओ डॉ. अशोक कुमार, औद्योगिक संघ के कन्हैया लाल बोथरा, डीपी पचीसिया, किशोर पारीक, सावन पारीक, शांति लाल बोथरा आदि मौजूद थे।

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