स्कूलों की दशा कब सुधरेगी

20180110_143319फ़िरोज़ खान
बारां 11 जनवरी । किशनगंज ब्लॉक के गजरोंन, जेतपुरा, ततवानी, बोरदा के प्राथमिक स्कूल जीर्ण शीर्ण अवस्था मे है । बच्चों के साथ हमेशा खतरा बना रहता है । फिर भी शिक्षा विभाग इन स्कूलो पर आज तक ध्यान नही गया । और चला भी गया तो जान भुझकर घटना घटित होने का इंतजार कर रहे है । राजकीय प्राथमिक विद्यालय जेतपुरा के भवन की पीछे से दीवार ढ़ह जाने के कारण बच्चे खुले में पढ़ने को मजबूर है । एस एम सी अध्यक्ष बुद्धराज नागर ने बताया कि स्कूल भवन वर्षो से समय पर मरम्मत नही होने के कारण भवन की पीछे से दीवार अचानक ढह गई । इस कारण बच्चे आजकल खुले में बैठते है । चारदीवारी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रही है । इस कारण जानवर अंदर घुस जाते है । ऐसे में विद्यालय परिसर जगह जगह गंदगी हो जाती है । विद्यालय में 31 बच्चों का नामंकन है । दो अध्यापक प्रेमचंद सोनी व जगदीश ओढ़ कार्यरत है । यह स्कूल मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित है । कई बार इस विद्यालय में अधिकारियों को आना भी हुआ होगा । बीईओ कार्यलय किशनगंज को कई बार अवगत करा दिया गया । उसके बाद भी अभी तक कोई ध्यान नही दिया गया । इसी तरह राजकीय शिक्षा कर्मी विद्यालय गजरोंन के भवन का निर्माण 1993 में हुआ था । उसके बाद से आज तक भी इस भवन की मरम्मत तक नही हुई और ना ही पुताई हुई है । कमरो की दरवाजे खिड़किया टूटी हुई है । चारदीवारी जगह जगह से क्षतिग्रस्त है । यहाँ भी बच्चे खुले में बैठते है । इसी तरह राजकीय शिक्षा कर्मी विद्यालय बोरदा की भी यही हालत इसका भी निर्माण के बाद से मरम्मत नही करवाई गई । और ना ही रंग रोगन है । राजकीय प्राथमिक विद्यालय ततवानी का भी भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था मे है । विद्यालय का नामंकन 50 है । दो अध्यापक कार्यरत है । बारिश के मौसम इन विद्यालय के कमरों की छते टपकती है । ऐसे में बच्चों को कैसे बिठाया जाये । इन विद्यालयो के भवन पूर्णरूप से खराब हो चुके है । वही जेतपुरा में कार्यरत अध्यापक जगदीश ओढ़ ने बताया कि भवन जीर्ण शीर्ण होने के कारण बच्चों को बाहर खुले में बिठाया जा रहा है । उंन्होने बताया कि कमरों की दीवारें ढ़ह जाने के कारण बच्चो को नही बिठाया जा रहा है ।

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