प्रशासनिक क्षमता और संगठन कौशल के धनी थे शास्त्री

emg (2)बीकानेर, 11 जनवरी, 2018 आज जिला देहात कांग्रेस कार्यालय बीकानेर में प्रातः11ः30 बजे भारत के दुसरे प्रधानमंत्री, भारतरत्न, अमर सपुत व स्वतंत्रता सेनानी स्व. लालबहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर देहात अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत की अध्यक्षता में उनके तेल चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर पुण्यस्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस अवसर पर महेन्द्र गहलोत ने लालबहादुर शास्त्री की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत के गण्राज्य बनने के बाद जब पहले आम चुनाव आयोजित किये गए तब लाल बहादुर शास्त्री कांग्रेस पार्टी के महासचिव थे, कांग्रेस पार्टी ने भारी बहुमत के साथ जीता 1952 मंे जवारलाल नेहरू ने लाल बहादुर शास्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल में रेलवे और परिवहन मंत्री के रूप में नियुक्त किया, तृतीय श्रेणी के डिब्बों में यात्रियों को और अधिक सुविधाएं प्रदान करने में लाल बहादुर शास्त्री के योगदान को भुलाया नही जा सकता, उन्होने रेलवे में प्रथम श्रेणी और तृतीय श्रेणी के बीच विशाल अंतर को कम किया, 1956 में लाल बहादुर शास्त्री ने एक रेल दुर्धटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया। जवाहरलाल नेहरू ने शास्त्री जी को मनाने की बहुत कोशिश की पर लाल बहादुर शास्त्री अपने फैसले पर कायम रहे। अपने कार्यो से लाल बहादुर शास्त्री ने सार्वजनिक जीवन में नैतिकता के एक नए मानक को स्थापित किया। 11 जनवरी 1966 को ताशकन्द (उजबेकिस्तान) में ताशकन्द समझोते पर हस्ताक्षर करने के बाद वहीं पर और उसी रात को उनकी रहस्यमय मृत्यु हुई थी।
इस अवसर पर प्रदेश संगठक मार्शल प्रहलादसिंह ने बताया कि 1939 में दुसरे विश्व युद्ध शुरू होने बाद सन 1940 में कांग्रेस ने आजादी की मांग करने के लिए एक जन आन्दोलन प्रारम्भ किया। लाल बहादुर शास्त्री को जन आंदोलन के दौरान गिरफतार कर लिया गया, और एक साल के बाद रिहा किया गया। 8 अगस्त 1942 को गांधीजी ने भारत छोडो आंदोलन का आहवान किया। उन्होने इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। फिर 1945 में दुसरे बडे नेताओं के साथ उन्हे भी रिहा कर दिया गया, उन्होने 1946 में प्रांतीय चुनावों के दौरान अपनी कडी मेहनत से पंडित गोविन्द वल्लभ पंत को बहुत प्रभावित किया लाल बहादुर की प्रशासनिक क्षमता और संगठन कौशल इस दौरान सामने आया। उन्होने जय जवान जय किसान का नारा दिया था।
देहात प्रवक्ता ओमप्रकाश सैन ने बताया कि देहात उपाध्यक्ष नारायणसिंह चारण, प्रदेश महासचिव सुषमा बारूपाल, पे.सम्भाग अध्यक्ष अम्बाराम इणखिया, ब्लॉक अध्यक्ष पुखराज गोदारा, देहात महिला अध्यक्ष शशिकला राठौड, देहात सेवादल प्रेमलता राठौड, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रवणकुमार गाट, महासचिव पुनमचन्द भाम्भू, पूर्व सरंपच विजयराज गोदारा, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री राजभटनागर, कार्यालय प्रभारी श्रीराम पवांर, चम्पालाल बारूपाल, श्यामवीर सिंह, तेजाराम धतरवाल, महेन्द्र कूकणा अनिल गहलोत ब्लॉक कोर्डिनेटर श्याम बीठनोक आदि मौजूद रहे।
(ओमप्रकाश सैन)
प्रवक्ता देहात कांग्रेस कमेटी

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