बाड़मेर 17 जनवरी।
किसान बोर्डिग हाउस संस्थान में बलदेव राम मिर्धा की 129 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई। समरोह की अध्यक्षता करते हुए जिला रसद अधिकारी अषोक सागवा ने कहा कि बलदेवराम मिर्धा किसानों, दलितों, दबे, कुचले समुदायों के प्रति उनकी निःस्वार्थ सेवाभाव के कारण किसान केसरी के रूप में जाने जाते है। वह मारवाड़ किरायेदार अधिनियम 1949 और मारवाड़ भूमि राजस्व अधिनियम 1949 को लागू करवाने में अग्रणी थे। इन दोनो अधिनियमों के कारण सभी मारवाड़ के किरायेदार-किसान जमीन के मालिक (खातेदार) एक ही बार में बना दिया ऐसे हमारे महान नेता को उनकी जयंती का सालगिरह बनाते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहे है। पूर्व कमाण्डेट जोरसिह ने कहा कि किसानों को मालिपक बनाने वाले इस मसीहा को कभी भुलाया नही जा सकता। संस्थान अध्यक्ष बलवंतसिह ने कहा कि इस व्यक्ति ने किसानों के हक के लिए अपनी नौकरी व सबकुछ त्याग दिया। इनकी इस निःस्वार्थ भावना को कभी भुलाया नही जा सकता।
संस्थान सचिव डालुराम ने कहा कि किसानों के वास्तविक नेता जातिगत भेदभाव से उपर उठकर सामन्तषाही का विरोध करने वाले मारवाड़ी के सच्चे सबूत थे।
प्रोफेसर आदर्ष किषोर ने कहा कि किसानों के हक की पैरवी करना लगान मुक्त कानून बनवाले वाले एकमात्र यौद्धा थे।
कुभाराम आर्य जिलाध्यक्ष तारा चौधरी ने कहा कि षिक्षा की अलख जागने वाले छात्रावासों की नीव रखने वाले, किसानों की पैरवी करने वाले किसान नेता थे।
लक्ष्मण गोदारा ने कहा कि किसान समाज में षिक्षा की अलख जगाने वाले उनके हक के लिए मर मिटने वाले ऐसे यौद्धा को शत-षत सलाम।
इस अवसर पर पूर्व तहसीलदार गंगाराम चौधरी, पूर्व तहसीलदार खेताराम ने कानूनी जमीन और उनके मालिकान हक के बारे में विस्तृत रूप से बताया। इस समय कोषाध्यक्ष तोगाराम रूपाराम सारण, महेन्द्र गोरसिया, षिक्षक नेता वीरमाराम सहित कई लोग उपस्थित थे।
बलवंतसिह चौधरी
अध्यक्ष
किसान बोर्डिग हाउस
बाड़मेर
9413005838