खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने दिखाए तीखे तेवर

hanuman beniwalबीकानेर 17/1/18 । वसुन्धरा राजे पहली ऐसी सीएम है जो जाति के आधार पर वोट मांग कर प्रदेश में जातिय विद्वेषता बढ़ाकर संघर्ष की हालत पैदा कर दिए हैं। बीकानेर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने
कांग्रेस व बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा की दोनों ही पार्टियां 70 वर्षों से किसानों का शोषण करती हुई आ रही हैं। आज प्रदेश का किसान कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर हैं, जवान बेरोजगारी से तंग आकर हाथ में हथियार उठा रहा हैं, प्रदेश में बहन बेटी सुरक्षित नहीं हैं। थाने, तहसील कचहरी में गरीब किसान की कोई सुनने वाला नहीं हैं। इसलिए हम प्रदेश की जनता के सामने तीसरे मोर्चे के रूप में नया विकल्प रखेंगे। जिसमें किसान व जवान के सपनो का नया राजस्थान बनायेंगे। जिसके लिए हम 4 फरवरी को बीकानेर में किसान हुँकार रैली करने जा रहे हैं। जिसमें 7 लाख के करीब किसान व आमजन जुटेंगे। उन्होंने कहा कि इस रैली में जिले के मुद्दे भी उठाएंगे। बेनीवाल ने कहा कि बीकानेर
के बाद सीकर में बड़ी रैली करेंगे और उसके बाद जयपुर में 15 लाख किसानों के साथ राजधानी घेर कर तीसरे मोर्चे की घोषणा करेंगे और आगामी 2018 का विधानसभा चुनाव नए नाम, चिन्ह व झंडे के साथ लड़ा जायेगा। तीसरा मोर्चा प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा और निश्चित तौर पर सत्ता में भी आएगा।

जनता की जाजम में सुनने वाले जायेंगे विधानसभा :-

उन्होंने कहा कि 2018 के चुनाव में ऐसे किसान के बेटों को विधानसभा में भेजेंगे जो जनता की बात जाजम पर बैठ कर सुन सकें। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता उत्सुक है और इस बार हमें किसी बहकावे मे नहीं आना है। बेनीवाल ने कहा कि किसान हुंकार महारैली आमजन गरीब और युवा की आवाज बनेगी।

चुनावी वादें रहे पीछे :-

बेनीवाल ने कहा कि राज्य में सरकार ने जिन वादों पर चुनाव लड़ा था वे तो पीछे रह गए। राज्य में कानून व्यवस्था, मूंग खरीद, बेरोजगारी, रिफाइनरी, बिजली की खरीद अनेक मुद्दे है। सरकार ने 15 लाख रोजगार की घोषणा की थी। लेकिन कुछ नहीं मिला। खान घोटाले,एनआरएचएम घोटाला, जमीन घोटाले सहित अनेक भ्र्ष्टाचार राज्य में हो रहे हैं।

हर वर्ग दु:खी :-

किसानों के बिजली बिलों को माफ करवाने के लिए खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वर्तमान में अगर सबसे ज्याद कोई दुखी है तो वह किसान वर्ग है। किसानों की मांग को सुना नहीं जा रहा है। किसान जवान का कोई धणी – धोरी नहीं है। किसान की हालत दिन – प्रतिदिन कमजोर होती जा रही है। जवान बेरोजगार है एवं हमारी ओर देख रहा है। किसान अपने सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है।

सत्ता प्राप्ति लक्ष्य नहीं-व्यवस्था परिवर्तन के लिये लड़ाई :-

बेनीवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य सता प्राप्ति नहीं है। बल्कि हम व्यवस्था परिवर्तन के लिए व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है,ताकि आमजन सम्मान की जिन्दगी जी सकें। बेनीवाल ने कहा कि सत्ता पर कब्जा जरूरी है फिर काम अपने आप हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि हमारी मांग है कि किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी दी जाए। गुजरात की तर्ज पर निजी वाहन टोल फ्री होने चाहिए। वहीं जब तक पांच लाख रिक्त पदों की भर्ती नहीं हो जाती, तब तक बेरोजगार युवाओं को प्रति माह दस हजार रुपए का बेरोजगारी भत्ता शुरू किया जाए। उन्होंने छह हजार रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंगफली खरीद शुरू करने, मोठ और ग्वार का समर्थन मूल्य घोषित करने, किसानों के 82 हजार करोड़ रुपए की कर्ज माफी सहित विभिन्न बिन्दुओं को उठाया।

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