साहित्य और लेखन जगत में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल भले ही दुनिया के नामचीन आयोजनों में शुमार होने लगा है लेकिन लगातार विवादों में रहने के कारण इसे बंद करने की मांग भी उठने लगी है। छठे जेएलएफ के तीसरे दिन आशीष नंदी के कथित बयान के बाद रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कई संगठनों ने फेस्टिवल को ही बंद करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति, जनजाति आरक्षण मंच राजस्थान के बैनर तले रविवार शाम पांच सदस्यीय प्रतिनिघि मंडल मुंख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर गया। इस प्रतिनिघि मंडल की ओर से जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में दलितों को भ्रष्ट बताने वाले कथित बयान देने वाले समाजशास्त्री एवं लेखक अशीष नंदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उसके साथ आयोजक संजॉय रॉय को गिरफ्तार करने की मांग की।
उन्होंने इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया जिसमें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल को बंद की मांग की है।