खुद का खजाना भरते रहे गहलोत-वसुन्धरा

vasundhara 20परतापुर/अरथुना/बांसवाड़ा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि साढे़ चार साल तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनता को लूटते रहे। जमीने खरीदी, होटल बनाये, खानो की बंदरबांट की। और अब चुनाव आ गये तो जनता से लूटे हुए उस पैसे का मामुली हिस्सा जनता में लुटाने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि ये जनता का ही पैसा है। जिसे जनता को अधिकारपूर्वक ले लेना चाहिए। पर ऐसे लोगों को माफ मत करो, जो साढे़ चार साल तक सरकार का तो खजाना खाली बताते रहे और उसकी आड़ में खुदका खजाना भरते रहे। श्रीमती राजे बांसवाड़ा जिले के परतापुर और अरथुना गांव में विशाल जनसभाओं को सम्बोधित कर रही थी।
श्रीमती राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री का पूरा भाषण जनता को समर्पित होना चाहिए था। लेकिन अफसोस उनकी संदेश यात्रा में आज भी उनके भाषण का विषय मैं ही रही। गहलोत ने आज कहा कि मुझे बहनजी मत कहो, मुझे मैडम कहलवाना ज्यादा पंसद है। शायद वे भूल गये कि मैं कल भी राजस्थान की 36 कौमों की बहिन थी, आज भी हूं और कल भी रहूंगी। लेकिन ऐसे लोगों की नहीं जो सुबह शाम बहिनों को गालियां देते हैं। उन्हें अपमानित करने की कोशिश करते हैं। ऐसे भाइयों को तो चुल्लुभर पानी में डूब मरना चाहिए। जिनकी नजरों में बहन शब्द का कोई अर्थ नहीं है।
ईश्वर ऐसा मुख्यमंत्री किसी भी प्रदेश को न दे
श्रीमती राजे ने कहा कि ईश्वर ऐसा मुख्यमंत्री किसी भी प्रदेश को न दे, जिसने प्रदेश को आज विकास की दृष्टि से बहुत पीछे दखेल दिया। पूरे कार्यकाल में खजाना खाली है, खजाना खाली है कि रट लगाते रहे और कहते रहे कि मैं जादूगर हूं। तो क्यों नहीं दिखाई खजाना भरने की जादूगरी। जादू तो जनता ने किया है, वो भी आप पर नही ंहम पर। जिसके प्यार के जादू में आज हम यहां खिचे चले आते हैं।
कांग्रेस की यात्रा सरकारी पैसों से, हमारी जनता के आशीर्वाद से
श्रीमती राजे ने कहा अब चुनाव आ गये है इसलिये ये डरायेंगे, धमकायेंगे और पैसा फेंकेंगे। लेकिन इनके झांसों में आना नहीं है, क्योंकि कांग्रेस का जहां-जहां भी साया पड़ता है वहां सबकुछ खत्म हो जाता है। अब ये भी हमारे पीछे-पीछे यात्रा लेकर आ रहे हैं। लेकिन इनकी यात्रा सरकार के पैसों की यात्रा है और हमारी जनता की यात्रा। सरकारी हैली कॉप्टर, सरकारी गाड़ियां, सरकारी पैसा यानि सब कुछ सरकारी। इनकी पूरी की पूरी यात्रा सरकार के पैसों पर निर्भर और हमारी यात्रा कार्यकर्ताओं और जनता के आशीर्वाद पर निर्भर।
रिफानइरी जनता के पैसों से क्यां
वसुन्धरा राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री जहां भी जाते हैं वहां रिफाइनरी की उपलब्धि बताते हैं। लेकिन मैं पूछना चाहती हूं पंजाब के भटिण्डा में तो रिफाइनरी केन्द्र के पैसों से और हमारे यहां रिफाइनरी जनता के पैसों सें, आखिर राजस्थान के साथ ये सौतेला व्यवहार क्यों? अगर लगाना ही था तो केन्द्र में आपकी सरकार है, रिफाइनरी केन्द्र से लगवाते।
गहलोत तालियां खुद बजवाते है
मुख्यमंत्री की सभाओं में कोई ताली नहीं बजाता। इसीलिये वो अपने उद्बोधन में बार-बार कहते हैं बजाओं ताली। लेकिन इसके बावजूद तालियां नहीं बजती। क्योंकि प्रदेश के जो हालात इन्होंने खराब किये है, वो जनता जानती है।
टीचर है नहीं और स्कूल खोलने की तैयारी
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी परतापुर और अरथुना में सभाओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार 6 हजार स्कूल खोलने की तैयारी कर रही है। चुनाव आ गये हैं इसलिये स्कूलों के नाम पर जनता को फिर ठगा जायेगा। पहले टीचर की भर्ती करो और फिर स्कूल खोलो। टीचर ही नहीं है तो स्कूल में पढ़ायेगा कौन? जनता को मुख्यमंत्री बुद्धु न समझे, वो सब समझती हैं।

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