जयपुर। वृद्धों को नि:शुल्क तीर्थयात्रा करवाने की योजना लांच होने के बाद अब राजस्थान सरकार गरीब परिवार के लोगों की मृत्यु के बाद उनकी अस्थियां गंगा में विसर्जन करने का बीड़ा भी उठाएगी। यानी गरीब परिवार में किसी की मृत्यु होने और उस परिवार के पास अस्थियां विसर्जन के लिए पैसा नहीं है तो सरकार इसका खर्च उठाएगी। पहले बुजुर्गो को तीर्थ यात्रा कराने और फिर अस्थि विसर्जन सरकारी खर्च पर कराने की योजना को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। यह माना जा रहा है कि हिन्दू वोटों को आकर्षित करने के लिए पहले तीर्थ यात्रा और अब अस्थि विसर्जन की योजना लागू की जा रही है। दोनों योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए कांग्रेस समर्थन संत-महात्माओं की एक टीम तैयार की गई है जो अशोक गहलोत सरकार के इन निर्णयों का प्रचार-प्रसार करेगी। राज्य सरकार के देवस्थान विभाग से जुड़े प्रन्यास मंडल द्वारा योजना का प्रस्ताव गहलोत सरकार ने स्वीकार कर लिया। प्रस्ताव में कई प्रावधान शामिल किए है। इसमें या तो परिवार को विसर्जन में खर्च होने वाले पैसा उपलब्ध कराया जाएगा या फिर बस और ट्रेन का टिकट फ्री कराया जाएगा। यह काम किसी एजेंसी के माध्यम से भी कराया जा सकता है। यह योजना लागू होने के बाद गरीब व्यक्ति को जन्म से मृत्यु होने तक सभी सुविधाएं फ्री उपलब्ध होंगी। सरकार पैदा होने पर पैसा दे ही रही है। साथ ही इलाज और पढ़ाई भी नि:शुल्क है। साथ ही मकान और अन्न भी सरकार सस्ती दर पर उपलब्ध करवा रही है। अब मृत्यु होने के बाद अस्थि विसर्जन का खर्चा भी सरकार ही उठाएगी। राजस्थान सार्वजनिक प्रन्यास मंडल के अध्यक्ष कृष्ण मुरारी गंगावत ने बताया कि देवस्थान प्रन्यास मंडल की बैठक में गरीबों के मृत होने वाले व्यक्तियों के अस्थि विसर्जन को लेकर योजना तैयार की गई है। शीघ्र ही यह लागू होगी।
1 thought on “अस्थियां विसर्जन का खर्चा उठाएगी राजस्थान सरकार”
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