मीडिया इन दिनों सबके निशाने पर है

नेता हो या  नौकरशाह …आम हो या खास…सब उपदेशक की भूमिका में हैं…पत्रकार होना मानो पाप हो गया हो…..मैं इस बात से कतई इंकार नहीं करता कि पत्रकारिता का  पाक पेशा मैला नहीं  हुआ…..पर क्या इस गंदगी के लिए जिम्मेदार महज बेचारा पत्रकार ही है जो उसे इस grhanit नज़रिये से देखा जाने लगा…..मोदी समर्थक … Read more

भाजपा की ‘लहर’ बना रहा मीडिया

-अंबरीश कुमार- लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा की बढ़त को मीडिया लहर में तब्दील कर रहा है। इसका मनोवैज्ञानिक असर पड़ने लगा है और भगवा ब्रिगेड बम बम है। मीडिया का एक बड़ा हिस्सा भाजपा के पक्ष में उसी तरह गोलबंद हो रहा है जैसे मंदिर आन्दोलन के समय हुआ था। तथ्य से हटकर भावनाओं में बहकर खबरे … Read more

‘पेड न्यूज़’ पर मीडिया गुमसुम

-पी. के. खुराना- इस वर्ष कई राज्यों में चुनाव हुए हैं तथा कुछ राज्यों में बाकी हैं। अगले वर्ष लोकसभा के चुनाव होंगे और एक बार फिर मीडिया घराने चांदी कूटेंगे तथा संवाददाताओं और संपादकों की खोखली शान की पोल खुलेगी, यानी एक बार फिर पेड न्यूज का दौर चलेगा और मतदाता एवं पाठक मीडिया की … Read more

वर्तमान मीडिया का रूप मैला हो चुका हैं

आजादी के पहले एक बार महात्मा गांधी ने अपने लिखित वक्तव्य में कहा था “याद रखना, आजादी करीब हैं। सरकारंे बहुत जोर से यह जरूर कहंेगी कि हमने यह कर दिया, हमने वह कर दिया। मै अर्थशास्त्री नहीं हूँ, लेकिन व्यावहारिकता किसी भी अर्थशास्त्री से कम नहीं हैं उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी … Read more

पूँजीपतियों का मीडिया पर दखल घातक

-राजेन्द्र राज– लोकतंत्र के महोत्सव का बिगुल बज गया है, जिसमें सामान्य जन खास हो जाता है और खास शख्स आम जन की शरणागत। यहीं इस महोत्सव की खासियत है। सामान्य तौर पर हर पांच साल में मनाये जाने वाले इस उत्सव में मतदाताओं के हाथों में वोट का ब्रह्मास्त्र होता है। इसके प्रहार से … Read more

मीडिया का खेल बडा खतरनाक है

मीडिया को खुराक चाहिए। हर वक्त नए जायके के साथ। उसकी खुराक कम नहीं होती। सुरसा के मुंह की तरह बढ़ती ही जाती है। खुराक के लिए वह हर वक्त, बदल-बदलकर वह प्रतीक गढ़ती है। हर तरफ से लुटी-पिटी मायूस आवाम को उज्जवल भविष्य के प्रतिमान दिखाकर अपने लिए दर्शक बटोरती है। उनके प्रतिमानों को … Read more

मीडिया ने भी अपनी भूमिका तलाश ली दंगों की राजनीति में

-अंबरीश कुमार- लखनऊ। खबर से भी दंगा होता है यह दो दशक पहले हम देख चुके हैं पर एक बार फिर दंगों की राजनीति में मीडिया ने भी अपनी भूमिका तलाश ली है। सनसनी के चक्कर में कुछ भी परोस देने को लेकर आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव  लेकर काबीना मंत्री आजम खान ने मीडिया की भूमिका … Read more

प्रबंधन पत्रकारों को सरकार से नहीं लेने दे रहा फ्री का लैपटॉप

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पत्रकारों को खुश करने की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुहिम राजस्थान पत्रिका के मालिकों को रास नहीं आ रही है। यह और बात है कि यह दोगली नीति पत्रकारों को उनके खिलाफ ही खड़ा होने के लिए उकसा रही है। दोगली कैसे यह आप आगे समझ जाएंगे। गहलोत ने पत्रकारों … Read more

समाचार चैनलों का बहिष्कार करने की अपील

एक नाबालिग युवती से कथित तौर पर बलात्कार के आरोपों में घिरे आसाराम बापू के समर्थकों ने समाचार चैनलों का बहिष्कार करने की अपील की है. वो इस मामले की कवरेज को आसाराम का ‘मीडिया ट्रायल’ करार देते हुए अपने समर्थकों से समाचार चैनलों और उनके सोशल मीडिया पेजों का बहिष्कार करने की अपील कर … Read more

बीकानेर में कांग्रेस के दो नेताओं की अखबारी टक्कर!

अभी 18 जून को ही बड़े धूम -धड़ाके के साथ एक दैनिक की शुरुआत हुई. ‘नेशनल राजस्थान’ नाम से शुरू हुआ यह अखबार राजस्थान के नामी गिरामी अखबार ‘राजस्थान पत्रिका’ से निकले या निकाले गए कुछ पत्रकारों की एक टीम द्वारा सम्पादित किया जा रहा है. हालांकि जाहिरा तौर पर तो इस अखबार का प्रकाशन … Read more

अन्ना और मीडिया में से कौन सच्चा, कौन झूठा?

जन लोकपाल के लिए आंदोलन छेडऩे वाले समाजसेवी अन्ना हजारे एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवाद में आ गए हैं। पहले उनके हवाले से छपा कि वे नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक नहीं मानते, दूसरे दिन जैसे ही इस खबर ने मीडिया में सुर्खियां पाईं तो वे पलटी खा गए और बोले कि उन्होंने … Read more

error: Content is protected !!