होली को मनाने का वांछनीय और सही तरीका

डॉ. जुगल किशोर गर्ग
डॉ. जुगल किशोर गर्ग

त्योहार सामाजिक बंधनों को प्रगाढ़ बनाने का एक माध्यम है होली भारतीय संस्कृति की पहचान का एक पुनीत पर्व है, आपसी भेदभाव मिटाकर, पारस्परिक प्रेम व सदभाव प्रकट करनेका एक सुनहरा अवसर है| अपने अंहकार, दुर्गुणों तथा समस्त कुसंस्कारों की आहुति देने का एक यज्ञहै एवं पारस्परिक प्रेम-सोहार्द को, आनंद को,सहजता को, सहिष्णुता को,निरहंकारिता और सरल सहजताके सुख को उभारने का पावन उत्सव है| होली का पावन रंगोत्सव हमारे पूर्वजों की दूरदर्शिता है जो अनेकों सामाजिक विषमताओंके बीच भी समाज में एकत्वका संचार करता है |होली केरंग-बिरंगे रंगों की बौछार हमारे मन में एक सुखदअनुभूति भी उत्पन्न करतीहै |
जरा सोंचिए कि हिरण्यकश्यप की अपार शक्ति के आगे नन्हे-मासूम प्रह्लाद की क्या बिसात थी?लेकिन अंत में जीत तो भक्ति,विश्वास,दया और सत्य की ही हुई | होलिका जिसके आग में जल मरने की याद में हम होलिका दहन मनाते हैं;वह मात्र एक स्त्री नहीं थी बल्कि वह तो ईर्ष्या, अंहकार, तामसी प्रव्रतियों और दुष्कर्मों की प्रतिमा थी \
आज भी झूट फरेफ़, ईर्ष्या,लालच और मदान्धता का दानव तो आज भी जिंदा है; हमारे भीतर व हमारे-आपके अंतस्तल में भी , ऐसे दानव को मात्र भौतिक होलिका दहन के माध्यम से हम कदापि नहीं जला सकते हैं | इन सभी बुराईयों को हमेशां के लिए नष्ट करने के लिए सर्वप्रथम हमें खुद पर चल कर अपने बच्चों युवाओं के सामने एक आदर्श प्रस्तुत करना होगा और अपने बच्चों में अच्छी शिक्षा,अच्छे संस्कारों को प्रतिस्थापित करना होगा | होली का यह पर्व मानव को भक्त प्रहलादकी तरह विघ्न बाधाओंके बीचभी ईश्वर पर अटूट निष्ठा टिकाए रखकर संसार सागरसे पार होने कासंदेश देता है |
तो क्या आप भी अपने अंतर्मन और सच्चे दिल से तैयार हैं इस होलिका दहन पर अपनी बुराईयों को जला डालने का संकल्प लेने के लिए? यह सही है कि ऐसा हम-आप ऐसा एक दिन में नहीं कर सकते हैं, इसमें समय लगेगा ,परन्तु ऐसे पवित्र संकल्प को धारण करना ही कम नहीं होगा ,हो सकता है हम अपने लक्ष्य की प्राप्ति में शत-प्रतिशत सफल नहीं हो पाएं लेकिन वह असफलता भी बड़ी भव्य होगी और इस असफलता में ही छिपा होगा हमारी अग्रिम सफलताओं का राज | तय आपको ही करना है कि इस होली पर भी आप विगत वर्षों की होली के समान सिर्फ सिर्फ घासफूस जलाने ही जा रहे हैं या अपनी बुराइयों को जलाने का संकल्प भी लेने जा रहे हैं?
डा. जे. के. गर्ग
सन्दर्भ—ब्रजकिशोर सिंह, विकिपीडिया, Dr. Sandeep’s Blog,मुक्त ज्ञानकोश आदि-आदि |

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