इस जन्माष्टमी पर 50 साल बाद 24 घंटे रहेगा रोहिणी नक्षत्र

krishnaश्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार (5 सितंबर,2015 को ) 24 घंटे रोहिणी नक्षत्र रहेगा। 50 साल बाद यह स्थिति बनी है। इस दिन अमृत तथा सर्वार्थसिद्धि योग का विशेष संयोग भी बन रहा है। पण्डित “विशाल” दयानन्द शास्त्री के अनुसार धार्मिक कार्य व खरीदारी के लिए यह दिन श्रेष्ठ रहेगा।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र व पंचागीय गणना के अनुसार इस बार ।श्री कृष्ण जन्माष्टमी शनिवार के दिन, वृषभ राशि के चंद्रमा की साक्षी में हर्षल योग, बालव करण तथा रोहिणी नक्षत्र में आ रही है। इस दिन रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव करीब 90 फीसद रहेगा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का होना विशेष शुभ माना जाता है। क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म इसी नक्षत्र में हुआ है। इस नक्षत्र में योगेश्वर श्रीकृष्ण का पूजन सुख-शांति तथा समृद्धि देने वाला माना गया है। साधना तथा नवीन वस्तुओं की खरीदी के मान से भी यह दिन सर्वोत्तम है। जानिए की क्यों वे कैसे बना यह दोहरा संयोग…??
इस वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर शनिवार के दिन बालव करण के होने से अमृत तथा सर्वार्थसिद्धि को दोहरा संयोग बना है। यह दोनों योग शुभ कार्यों में सिद्धि देने वाले माने गए हैं।।

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