आपकी किस्मत के सितारे पलट देगा,शनि का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन

जानिए क्या होगा (शनि ग्रह का धनु में गोचर का )आपकी राशि पर प्रभाव और क्या करें उपाय
—(बुधवार)21 जून 2017 को होगा राशि परिवर्तन–

दयानन्द शास्त्री
दयानन्द शास्त्री
प्रिय पाठकों/मित्रों, शनि का 2017 में सबसे बड़ा राशि परिवर्तन 21 जून दिन बुधवार को सुबह 04 बजकर 28 मिनट पर होगा। वक्री शनि वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। राशि में प्रवेश करते ही कई राशियों पर शनि की कुदृष्टि रहेगी। विशेषतौर पर 26 अक्तूबर तक का समय मेष, वृश्चिक एंव सिंह राशि वाले जातकों के लिए अधिक कष्टदायक है। अन्य राशियों पर अलग-अलग असर पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की शनि न्याय और अनुशासन प्रिय ग्रह हैं। शनि गोचर, साढ़ेसाती और महादशा का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है। क्योंकि इसके प्रभाव से मनुष्य के जीवन में बड़े बदलाव होते हैं। हालांकि ये परिवर्तन सुखद और दुखद दोनों हो सकते हैं। इसका फल आपकी राशि और कुंडली में शनि की चाल और स्थिति से तय होता है। 21 जून 2017 (बुधवार) को शनि पुन: वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद दोबारा 26 अक्टूबर गुरुवार को धनु राशि में प्रवेश करेगा। 4 दिसंबर सोमवार को सूर्य के निकट होने से शनि ग्रह का प्रभाव कम हो जाएगा और यह 8 जनवरी 2018 सोमवार तक इसी अवस्था में रहेगा। शनि ग्रह के इस संचरण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। हालांकि प्रत्येक राशि पर इसका असर भिन्न-भिन्न होगा।

ज्योतिषशास्त्र के दार्शनिक खंड अनुसार सूर्य पुत्र शनि को पापी ग्रह माना गया है और इसे नवग्रह में न्यायाधीश की उपलब्धि प्राप्त है। शनि को नवग्रह में दास की भी पदवी प्राप्त है। ये कृष्ण वर्ण के हैं तथा इनका लंगड़ाकर चलना इनकी धीमी गति का कारण है। शनि का वाहन कौआ है। इने रोग, दुख, संघर्ष, बाधा, मृत्यु, दीर्घायु, भय, व्याधि, पीड़ा, नंपुसकता व क्रोध का कारक माना गया है। मकर व कुंभ राशियों के स्वामी हैं।

शास्त्रनुसार यदि कुण्डली में सूर्य पर शनि का प्रभाव हो तो व्यक्ति के पितृ सुखों में कमी देखी जाती है। शास्त्रनुसार शनि को पापी ग्रह माना गया है। शनि को मारक, अशुभ व दुख का कारक माना जाता है। ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की वैदिक ज्योतिष शास्त्र “उत्तर कालामृत” के अनुसार शनि कमजोर स्वास्थ्य, बाधाएं, रोग, मृत्यु, दीर्घायु, नंपुसकता, वृद्धावस्था, काला रंग, क्रोध, विकलांगता व संघर्ष का कारक ग्रह माना गया है। वास्तविकता में शनि ग्रह न्यायाधीश है जो प्रकृति में संतुलन पैदा करता है व हर प्राणी के साथ न्याय करता है। जो लोग अनुचित विषमता व अस्वाभाविकता और अन्याय को आश्रय देते हैं, शनि केवल उन्हीं को प्रताड़ित करता है।

शनि के राशि परिवर्तन की तारीख को लेकर पंचांग भेद भी हैं। कुछ पंचांग के अनुसार राशि परिवर्तन 21 जून को हो जाएगा। इस महीने 23 जून से शनि राशि बदल रहा है। वक्री शनि धनु से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। वृश्चिक राशि में शनि 25 अक्टूबर तक रहेगा। इस तारीख के संबंध में भी पंचांग भेद हैं।

साल 2017 में 26 जनवरी को शनि देव रात के 9 बजकर 34 मिनट पर वृश्चिक राशि से निकल कर धनु राशि में प्रवेश किया। यहां शनि देव 20 जून तक रहेंगे और 21 जून को फिर से वक्री होकर वे वृश्चिक राशि में लौट आएंगे। किंतु ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार गोचर का यह समय सभी राशियों को बड़े स्तर पर प्रभावित करेगा। लेकिन उन जातकों के ऊपर इसका सबसे अधिक प्रभाव होगा जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या, अंतर्दशा या महादशा चल रही है। उन राशियों को इस गोचर के प्रभाव का कई गुणा अधिक प्रभाव हासिल होगा।

ज्योतिर्विद पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की 20 जून के बाद शनि ग्रह वक्री होने जा रहा है । इसका सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा । उन्होंने बताया कि 21 जून दिन बुधवार को सुबह 04 बजकर 28 मिन्ट पर वक्री शनि वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा । राशि में प्रवेश करते ही कई राशियों पर शनि की कुदृष्टि रहेगी ।ज्योतिषशास्त्र की गोचर प्रणाली अनुसार शनि गुरुवार दिनांक 26.01.17 को रात 09:34 पर वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के इस राशि परिवर्तन से मकर राशि हेतु शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी। वृश्चिक राशि हेतु यह अंतिम चरण की साढ़ेसाती होगी व तुला राशि साढ़ेसाती से मुक्त होंगे। शनि के धनु में आते ही कन्या राशि हेतु लघु कल्याणि शुरू होगी व वृष राशि हेतु अष्ठम शनि की ढ्य्या शुरू होगी। शनि धनु राशि में पहले केतु के नक्षत्र मूल में आकर बाद में शुक्र व सूर्य के नक्षत्र में भ्रमण करेंगे।

साल 2017 में शनि का गोचर अत्यधिक अस्थिर रहेगा क्योंकि यह कुछ समय के लिए वक्री हो कर पुनः वृश्चिक राशि में आकर दोबारा मार्गी होकर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। साल 2017 में शनि अपनी वक्र अवस्था से बुधवार दिनांक जून 21.06.17 को रात 01:37 पर धनु से वृश्चिक में जाएंगे तथा पुनः सक्रिय होकर गुरुवार दिनांक 26.10.17 को वृश्चिक से धनु में प्रवेश करेंगे।

ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की शनिदेव सूर्य के पुत्र हैं। सूर्य की पत्नि छाया के पुत्र होने के कारण इनका रंग काला है तथा यह हमेशा नीले वस्त्र धारण करते हैं। मनु, यमराज इनके भाई तथा यमुनाजी इनकी बहन हैं। ज्योतिष के अनुसार शनि सूर्य से शत्रुता रखते हैं। बुध, शुक्र ग्रह शनि के मित्र हैं। गुरु से समभाव रखते हैं। सूर्य के अलावा चंद्र, मंगल से शनि शत्रुता का भाव रखते हैं। ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना गया है क्योंकि मनुष्यों को उनके अच्छे-बुरे कर्मों का दंड शनिदेव ही देते हैं। इसलिये अच्छे परिणामों के लिये शनिदेव की उपासना करे।

शनि धनु राशि में वक्री है, लेकिन 23 जून को शनि अपनी राशी बदलकर वृश्चिक राशि में वक्री हो जाएगा। ज्योतिष की नजर में यह जून 2017 का सबसे बड़ा परिवर्तन होगा। इसी परिवर्तन के चलते जानिए आना वाला समय आपके लिए और आपके परिवार के लोगों के लिए कैसा रहेगा।

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ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की इस वर्ष शनि पुन: वर्की होकर धनु से वापस वृश्चिक राशि में आ जाएगे और कुछ समय वृश्चिक में रहने के बाद वापस सक्रिय होते हुआ धनु में प्रवेश करेंगे शनि 21 जून 2017 को रात्रि 01.36 पर धनु से वक्री होकर वृश्चिक राशि में आएगे और फिर लगभग 4 माह बाद 26 अक्टूबर 2017 को पुन: धनु राशि में आ जाएगे। अगर कुण्डली में शनि कमजोर हो और 6, 8, 12 में बैठा हो तो शनि जातक को निम्न प्रकार के फल प्रधान करता है। स्वास्थ्य में कमी, कार्य में अड़चन, कार्य में देरी, रोग मृत्यु, दीर्घायु, नपुंसकता, वृद्धावस्था, काला रंग, क्रोध, जिद्दी, विकलांगता एवं जीवन में संघर्ष परंतु वास्तव में शनि न्यायाधिश है जो प्रकृति में संतुलन पैदा करता है।

ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की शनिदेव हर प्राणी के साथ निष्पक्ष न्याय करते है और उसके कार्यों के अनुसार उसको फल प्रधान करते है। शनि ग्रह का वर्ण कृष्ण वर्ण है। शनि देव की गति बहुत धीमी है। क्योंकि शनि देव लगड़ाकर चलते है। शनि का वाहन कौआ है। शनि मकर और कुंभ राशि के स्वामी है। शनि तुला राशि में उच्च के और मेष राशि में नीचे के माने जाते है। सूर्य, मंगल, इनके परम शत्रु है। और शुक्र राहु बुध इनके परम मित्र चन्द्रमा, केतु, गुरु से सम है।
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जानिए क्या होगा (शनि ग्रह का धनु में गोचर का )आपकी राशि पर प्रभाव और क्या करें उपाय–

मेष राशि— बिजनेस वालों के लिए भी यह अच्छा समय होगा। जो लोग कम्प्यूटर, क्म्यूनिकेशन, कॉस्मेटिक, फूड चेन, होटेल, रेस्त्रां जैसे व्यापार में हैं, उन्हें बड़ी सफलता हाथ लग सकती है। मेष राशि के सभी जातकों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, लेकिन स्वास्थ्य का ध्यान रखें। साथ ही प्रेम संबंधों और दाम्पत्य जीवन को भी सहनशीलता से चलाएं, साथी से बड़ी अनबन होने की संभावना है।यदि आप मेष राशि के जातक हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है। शनि ग्रह का धनु में गोचर आपके कॅरियर के लिए तरक्की की संभावनाएं लाएगा। जॉब में प्रमोशन एवं कम मेहनत पर भी बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। जॉब के माध्यम से ही यात्रा हो सकती है।
उपाय: काली गाय को घी लगी रोटी खिलायें।

वृष राशि— के वे जातक जो नौकरी करते हैं, उन्हें ऑफिस में अच्चा वातावरण मिलेगा। लेकिन किसी से बहस में ना पड़ें। अगर बिजनेस करते हैं, तो अधिक मुनाफा तो नहीं किंतु कोई नुकसान भी नहीं देखना पड़ेगा। शनि के गोचर के दौरान अपने खर्चों पर नियंत्रण अवश्य रखें।
वृष राशि अगर आप किसी को प्रपोज करने की सोच रहे हैं, तो शनि के इस गोचर के दौरान ऐसा ना करें। आगे से “ना” ही सुनने को मिलेगी। इस दौरान गलत खाद्य पदार्थ खाने से बचें, असंतुलित आहार का सेवन आपको महंगा पड़ सकता है।
उपाय: काले कपड़े और जूतों का दान करें।

मिथुन राशि—यदि आप इस राशि के जातक हैं तो हम आपके लिए बेहतरीन खबर लेकर आए हैं। शनि के धनु राशि में प्रवेश करते ही आपके लिए जॉब संबंधी अच्छा समय आरंभ हो जाएगा। अगर ल6बे समय से आप बड़े पद की नौकरी के लिए कोशिश कर रहे थे, तो यह गोचर आपको सफलता दिला सकता है। इसलिए कोशिश जारी रखें… उच्च पद नहीं, तो कम से कम आपको आर्थिक प्रमोशन मिल जाएगा। लेकिन बिजनेस वालों के लिए यह गोचर संघर्ष लाएगा। माता-पिता का इस दौरान ध्यान रखें। अगर शादी नहीं हुई है, तो यह गोचर विवाह संयोग लाएगा। लेकिन शादीशुदा हैं तो इस दौरान जीवनसाथी के साथ ठंडे दिमाग से बात करें, छोटे-छोटे बड़ा रुख लेंगे, ऐसी बुरी संभावनाएं बन सकती हैं।
उपाय: मध्य अंगुली में काले घोड़े की नाल पहनें।

कर्क राशि—यदि आपकी चंद्र राशि कर्क है तो शनि ग्रह का यह गोचर आपके लिए अच्छा होगा। आपके दुश्मन इस बार आपसे डरेंगे। नौकरी में बड़ी सफलता हाथ लग सकती है। लेकिन बिजनेस करने वालों को कठिन परिश्रम करना होगा। बिना सोचे-समझे धन निवेश करने से सोच से परे नुकसान होगा।
उपाय: पक्षियों को सात तरह के अनाज और दाल खिलायें।

सिंह राशि—अन्य राशियों की तरह ही शनि देव का यह गोचर सिंह राशि के जातकों को भी जॉब और व्यवसाय में तरक्की दिलाएगा। लेकिन यह तभी संभव होगा जब आप अपने से ऊपर के औदे के अधिकारियों के साथ तालमेल बिठा कर रखेंगे। आर्थिक स्थिति सही रहेगी, लेकिन घर से जुड़ी चीजों को खरीदने पर भारी खर्च होगा। इस दौरान आप धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। प्रेम संबंधों में मानसिक तनाव बढ़ेगा, इसलिए इस दौरान धैर्य बनाते हुए ही रिश्ते को आगे बढ़ाएं। अन्यथा यह रिश्ता कभी भी टूट सकता है।
उपाय: पीपल के पेड़ के नीचे सरसो तेल का दिया लगाएं।

कन्या राशि — के वे जातक जो किसी एमएनसी कंपनी में जॉब करते हैं, उनके लिए यह गोचर उम्मीद से अधिक अवसर लाएगा। लंबे समय से रुका हुआ प्रमोशन भी इस दौरान हासिल हो सकता है। जो लोग होटल-रेस्त्रां जैसे बिजनेस में हैं, उन्हें बड़ा मुनाफा हाथ लग सकता है। इस गोचर के दौरान माता-पिता की सेहत का ध्यान रखें, उनसे प्यार से बात करें। इस दौरान आपके जीवनसाथी क्रोधी रहेंगे, इसलिए यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप अपना आपा ना खोते हुए प्यार से सब मसले हल करें।
उपाय: हर शनिवार हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।

तुला राशि— के जातक शनि के गोचर के बाद जॉब की वजह से कई यात्राएं करेंगे। इनमें से कोई एक यात्रा विदेश की भी होगी, ऐसी संभावना बन सकती है। स्यदि यात्रा ना भी हो, तो कुछ अवसर अवश्य प्राप्त होंगे। गोचर के दौरान आप स्वयं ही पैसा कमाने के लिए खूब परिश्रम करने वाले हैं, जिसमें सफलता आपके ही हाथ लगेगी। प्रेम जीवन में हैं तो यहां भी सब सही रहेगा। लेकिन अगर किसी साथी की तलाश में हैं तो यह समय इसके लिए भी शुभ रहेगा। ऐसी संभावना है कि आप किसी पारिवारिक व्यक्ति की ओर ही अपनी रुचि बना लें। इस दौरान आपका मानसिक तनाव काफी कम हो जाएगा।
उपाय: शनिवार को बंदर और काले कुत्ते को लड्डू खिलाएं।

वृश्चिक राशि—जॉब करने वाले वृश्चिक राशि के जातकों के लिए अच्छा समय है। बहुत ज्यादा तो नहीं, किंतु थोड़े-बहुत अवसर मिल ही जाएंगे। सोना-चांदी, प्रंटिंग, पब्लिशिंग जैसे बिजनेस करने वाले लोग मुनाफा कमाएंगे। अगर आप शेयर बाजार में निएश करते हैं, तो आपको भी मुनाफा मिलेगा। नौकरी के चलते विदेश भी जा सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। स्कॉलरशिप मिल सकती है या फिर सरकार की ओर से किसी नई स्कीम का लुत्फ भी उठा सकते हैं। आर्थिक स्थिति सही रहेगी। भाई-बहन, पिता से पूरा सपोर्ट मिलेगा, किंतु माता का स्वास्थ्य आपको परेशान कर सकता है। दाम्पत्य जीवन में बड़ा बदलाव नहीं आएगा। प्रेमी-प्रेमिका को खुश करने के लिए महंगे उपहार आपकी मदद कर सकते हैं।
उपाय: कुष्ठ रोगियों की सेवा करें।

धनु राशि— इसी राशि में शनि ग्रह का गोचर होने से जातकों को शुभ-अशुभ दोनों का अधिक प्रभाव मिलेगा। नौकरी की बात करें तो यहां आपको उच्च पद, मान-सम्मान मिलेगा। ऑफिस की तरफ से कई सुविधाएं प्राप्त हो सकती हैं। जैसा भी बिजनेस करते हों, यह गोचर आपको मुनाफा जरूर दिलाएगा। पारिवारिक जीवन में भी खुशियों का माहौल होगा। सपरिवार आप यात्रा के लिए जा सकते हैं। भाई-बहन एवं मित्रों का सपोर्ट बना रहेगा। इस दौरान आपको तो कार्यक्षेत्र से लाभ मिलेगा ही, आपसे अधिक लाभ आपके जीवनसाथी को प्राप्त होगा। प्रेम जीवन के लिए भी यह समय सर्वश्रेष्ठ है। कुल मिलाकर गोचर का यह समय धनु राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छा होगा।
उपाय: शराब और मांसाहार के सेवन से दूर रहें।

मकर राशि के जातक हैं तो आपके लिए भी नौकरी में अच्छा समय आएगा। नौकरी के चलते परिवार से दूर जाना पड़ सकता है। बिजनेस में भी मुनाफा होगा, किंतु कोई भी फैसला ध्यानपूर्वक लेना होगा। थोड़ी भी लापरवाही आपकी किस्मत के सितारे पलट देगी। आर्थिक हालात सही रहेंगे, लेकिन चिंता के बादल आपके दाम्पत्य जीवन के ऊपर मंडरा रहे हैं। जीवनसाथी के साथ मतभेद होंगे, अगर ठंडे दिमाग से समस्या हल करेंगे, तभी रिश्ता बच सकता है। इस दौरान अपनी और अपने साथी, दोनों की सेहत का ख्याल रखें।
उपाय: शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें व 11 नारियल नदी में प्रवाहित करें।

कुंभ राशि— के जातक को नौकरी करते हैं तो प्रमोशन मिल सकता है। नया व्यापार आरंभ करने की सोच रहे हैंम तो यह समय अनुकूल रहेगा। शेयर बाजार में निवेश करने से बचें, भारी नुकसान होगा। छात्रों के लिए यह समय अच्छा है, मेहनत रंग लाएगी। आर्थिक स्थिति इस दौरान पहले से सही रहेगी। लेकिन परिवार से जुड़ेर खर्चे आपको परेशान कर सकते हैं। माता-पिता से स्नेह प्राप्त होगा। जीवनसाथी के साथ रिश्ता ठीक-ठीक रहेगा। लेकिन अगर सिंगल हैं तो संभव है कि आपको अपने कार्यस्थल पर ही कोई पसंद आने लगे।
उपाय:: मंदिर में सरसो के तेल का दान करें।

मीन राशि —-लंबे समय से कार्यक्षेत्र पर चल रही टेंशन का अंत होगा। नौकरी के चलते विदेश यात्रा कर सकते हैं। बिजनेस करते हैं, तो इसमें भी कुछ मुनाफा देखने को मिल सकता है। लेकिन बिजनेस संबंधी हर फैसला सावधानी के साथ करें। छात्रों के लिए यह समय अच्छा है। पैसा कमाने के लिए इस दौरान आप खूब मेहनत करेंगे, जिसका पूरा परिणाम आपको मिलेगा। घर परिवार में सुखद माहौल बना रहेगा। यह गोचर आपके लिए मौज-मस्ती लेकर आएगा। घर-जमीन खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह समय अनुकूल रहेगा।
उपाय: शनिवार को काले कुत्ते को कुछ खिलाएं।जैसे उड़द के बड़े या इमरती..

पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री

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