गणित विषय पर संस्कृति द् स्कूल में कार्यषाला प्रारम्भ

DSC04308अजमेर। गणित विषय को आसान व रचनात्मक तरीके से पढ़ा कर हम विषय के प्रति व्याप्त भय एवम् भ्रान्तियों को दूर कर सकते हैं । भारत देष जहाँ गणित का विकास अत्यन्त वैज्ञानिक व विषद रूप में हुआ है। इसलिए वहाँ गणित के षिक्षकों की अहम भूमिका बनती है कि गणित के प्रति सकारात्मक वातावरण तैयार करें । इसी उद्देष्य के साथ संस्कृति द् स्कूल में गणित विषय पर कार्यषाला प्रारम्भ हुई जिसमें सिटी यूनिवर्सिटी, न्यूयार्क से आए मानद प्रोफेसर श्री गुरूचरन सिंह भल्ला ने विभिन्न विद्यालयों से कार्यषाला में भाग लेने आए गणित विषय के षिक्षकों को सम्बोधित किया । प्रोफेसर भल्ला ने सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, जैन धर्म तथा शास्त्रीय रूप में गणित के विकास एवम् प्रसिद्ध गणितज्ञों के योगदान को याद करते हुए छात्रों के समक्ष आने वाली कठिनाइयाँ जिन्हें अक्सर हम टाल देते हैं का समाधान किया। कार्यषाला के इसी क्रम में मनुस्मृति के गणित के सिद्धान्त, वृत और व्यास का संबंध, चक्रीय चतुर्भुज का क्षेत्रफल, संख्याओं का घनमूल निकालना आसान व रोचक तरीके से समझाया।

ले कर्नल (रिटायर्ड) ए के त्यागी
प्राचार्य

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