-शंकर खारोल- सूरजपुरा / कस्बे के समीपवर्ती ग्राम प्रतापपुरा मे सात दिवसीय मॉ षाकम्भरी की प्राण प्रतिस्टा के तहत मंगलवार को कलष यात्रा निकालकर अग्नि स्थापना कर मंदिर मे सप्ताजी का आयोजन किया। 11मई को रात्रि को विषाल भंजन संध्या व 12 मई को मॉ षाकम्भरी की प्राण प्रतिस्टा की जायेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के समीवर्ती ग्राम प्रतापपुरा मे मॉ षाकम्भरी मंदिर से मंगलवार सुबह नो बजे कलष यात्रा निकाली गयी। मंदिर से कलष यात्रा पूजा अर्चना के बाद रवाना हुई। महिलाओ ने सज्जधजकर रंग बिरंगी राजस्थानी परिधान मे कलष यात्रा धारण कर रवाना हुई।कलष यात्रा के दोरान पथम पक्ति मे आगे आगे ग्यारह ध्वज पताका लेकर बच्चे बढे उत्साह के साथ एक दो तीन चार माता तेरी जय जयकार के नारे के जयकारे साथ चल रहे थै। कलष यात्रा मे ढोल धमाके की धुन पर किषोरियो,महिलाए व पुरूसो ने जमकर ठुमके लगाते हुए नाचने का लुप्त उठाया ।वाहन मे सवार संकटमोेेेचन हनुमान,पुरूसोतम श्रीराम,जानकी देवी माता सीता,कन्हेया व राधा,गजानन्द गणेष को विराजमान कर षौभायात्रा निकाली। कलष यात्रा मॉ षाकम्भरी मंदिर से सुबह नो बजे रवाना होकर बालाजी मंदिर,चारभुजा मंदिर,देवजी मंदिर,खारोल मोहल्ला,ब्राह्मण मोहल्ला,बेरवा बस्ती रामदेव मंदिर, षिव मंदिर ,रामदेव मंदिर से होते हुए ष्मॉ षाकम्भरी मंदिर पहुची। कलष यात्रा के आगे ग्रामिणो ने फटाके छोडकर आतिषबाजी की । आचार्य पंडित गोपालषास्त्री व आचार्य चेतन तिवाडी के सानिध्य मे देवता का आव्हान पूजन,अग्नि स्थापना,मूतिर्यो का धान्यादिवास,व ग्यारह जोडे ने हवन मे आहुतिया दी गयी
11 को भजन संध्या व 12को माषाकम्भरी की प्राण प्रतिस्टा
मॉषाकम्भरी मंदिर मे 11मई को विषाल भजन संध्या व 12मई कोमॉषाकम्भरी की प्राण प्रतिस्टा की जायेगी। इस अवसर पर हवन मे जोडो द्वारा आहुतिया दी जायगी वषाम को भोजन प्रसादी का वितरण किया जायेगा।
सेवा समिति ने किया श्रमदान
माषाकम्भरी की प्राण प्रतिस्टा को लेकर जयमाषाकम्भरी सेवा समिति के सदस्यो द्वारा मंदिर परिसर व आसपास के क्षेत्र की साफ सफाई कर श्रमदान किया गया। समिति अध्यक्ष घीसा लाल के सानिध्य मे श्रमदान व पेयजल सहित बिजली की व्यव्स्था का प्रबन्ध किया गया।