अजमेर 31 जुलाई। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का 61वां स्थापना दिवस कल मंगलवार को मनाया जायेगा। इस अवसर पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह एवं मंत्रालयिक स्टाफ क्लब पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन बोर्ड परिसर स्थित राजीव गांधी ऑडिटोरियम में प्रातः 11.00 बजे होगा। समारोह की मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी और अध्यक्षता शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी करेंगे।
बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने बताया कि बोर्ड की पहली परीक्षा 1958 में आयोजित हुई थी। सन् 1958 की परीक्षा में कुल 31,235 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे थे, वहीं दूसरी ओर वर्ष 2017 की परीक्षा में यह आंकडा बढ़कर 32 लाख से भी अधिक हो गया। पिछले वर्ष बोर्ड ने विद्यार्थियों के हित में अनेकों नवाचार किये। विद्यार्थी सेवा केन्द्रों का दायरा संभाग स्तर से बढ़ाकर जिला स्तर कर दिया गया जिसके तहत् राज्य के 20 जिलों में विद्यार्थी सेवा केन्द्र स्थापित किय जा चुके है। आगामी शैक्षिक सत्र् तक बोर्ड राज्य के सभी जिलों में विद्यार्थी सेवा केन्द्र स्थापित कर देगा। बोर्ड को पेपर लेस बनाने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये गये। पिछले तीन वर्षों में बोर्ड के परीक्षा से जुडे अधिकांश कार्यों का गुणवत्ता और गोपनीयता की दृष्टि से कम्प्यूटीकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके तहत् परीक्षार्थी के चाहने पर उत्तरपुस्तिका ऑनलाईन प्रदान कराना, छात्रवृत्ति आवेदन पत्र ऑनलाईन प्राप्त करना, विद्यालयों से सत्रांक ऑनलाईन प्राप्त करना, परीक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया का कम्प्यूटरीकरण करना इत्यादि शामिल है। सबसे महत्वपूर्ण विद्यालयों को सम्बद्धता देने की सम्पूर्ण प्रक्रिया को ऑनलाईन कर दिया है।
उन्होंने बताया कि बोर्ड शीघ्र ही परीक्षार्थी के हित में बड़ी महत्वकांक्षी परियोजना को अंजाम देने जा रहा है। इसके तहत् ई-वॉलेट योजना के अनुसार परीक्षार्थी को उसके परीक्षा संबंधी दस्तावेज उसके ई-वॉलेट एकाउन्ट में उपलब्ध कराये जायेंगे। इन परीक्षा संबंधी दस्तावेजों पर डिजिटल अधिकृत हस्ताक्षर होंगे। इन दस्तावेजों की मान्यता मूल दस्तावेजों के समान ही होगी। यह सुविधा वर्ष 2017 की परीक्षा में सम्मिलित हुए परीक्षार्थियों को उपलब्ध होगी बशर्त उन्होंने परीक्षा आवेदन पत्र में अपना आधार नम्बर दर्ज किया हो। बोर्ड की इस नवीन व्यवस्था से परीक्षार्थियों को यह लाभ होगा कि जब वे प्रतियोगी परीक्षा अथवा नौकरी के ऑनलाईन आवेदन करेंगे तो वे अपने परीक्षा संबंधी दस्तावेज भी डिजिटल रूप में आवेदन पत्र के साथ संलग्न कर सकेंगे। इस शैक्षिक सत्र् से बोर्ड ने कक्षा 10 और 12 में नया पाठ्यक्रम लागू किया है। गत वर्ष बोर्ड कक्षा 9 और 11 में नया पाठ्यक्रम लागू कर चुका है।
बोर्ड सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने भी कई परीक्षा आयोजन संबंधी महत्वपूर्ण दायित्व बोर्ड को सौंपकर इसकी कार्य प्रणाली पर अपना विश्वास जाहिर किया है। तीन बार राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा और विभिन्न छात्रवृत्ति परीक्षाओं का आयोजन पारदर्शी और सफलतापूर्वक आयोजन कर राजस्थान बोर्ड ने कार्यश्रेष्ठता सिद्ध की है। राजस्थान बोर्ड राज्य का ही नहीं अपितु देश का परीक्षा आयोजन करने वाला श्रेष्ठतम निकाय माना जाता है।
उप निदेशक (जनसम्पर्क)