मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जवाब देवे.
बीसलपुर बांध तक चंबल का पानी पहुंचाने के लिए 2014 में विधानसभा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने बजट में घोषणा की थी तथा इसके लिए 5000 करोड रुपए पास भी हो गए इसके बाद तत्कालीन मुख्य सचिव श्री राजीव महेश्वरी ने जलदाय विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों से राज्य स्तरीय मीटिंग कर चंबल नदी के पानी को बीसलपुर बांध में डालने की योजना को अमली जामा पहनाया और नेहरों सुरंगों और पाइप लाइनों के जरिए तथा ब्राह्मणी नदी पर बांध बनाकर उसका पानी और उसी प्रकार बीसलपुर में डालने की इस 5000 करोड़ रुपए की परियोजना पर मोहर लगा दी तथा उक्त योजना को 5 साल में पूरी करने की नियम निर्धारित कर दिए गए थे लेकिन इस योजना के बनने के 4 साल बीत जाने के बाद भी उक्त परियोजना लापता सी लगती है तथा उस पर घोषित 5000 करोड़ रुपए कहां गए अब कोई नहीं बता पायेगा अगर यह योजना का पैसा वास्तव में सदुपयोग होता तो अजमेर. जयपुर. टोंक. दोसा .भीलवाड़ा और नागौर जिले के कई क्षेत्रों में पीने के पानी की लगभग 50 साल तक कभी भी परेशानी नहीं होती. .
पूर्व मंत्री ललित भाटी और श्री मंत्री सांवर लाल जाट इस योजना के लिए अजमेर के इन 2 नेताओं ने ही गंभीर रूप से प्रयास किया था. श्री ललित भाटी जो केकड़ी से विधायक थे और उस समय राज्य सरकार में उप मंत्री थे के द्वारा उक्त प्रस्ताव सर्वप्रथम दिया गया था इसके बाद तत्कालीन जलदाय मंत्री स्वर्गीय श्री सांवर लाल जाट के द्वारा उक्त योजना अमल में लाई गई थी.
और मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य सरकार ने वर्ष 2014 मैं ही 5000 करोड़ बजट में स्वीकृत कर दिए गए थे और यह परियोजना 5 साल में पूरी करने के नियम निर्धारित किए गए थे लेकिन उक्त योजना के 4 साल बीत जाने के बाद अब यह लगता है कि 5000 करोड रुपए भी घोटालों की भेंट चढ़ गए है.
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया जी को इसका जवाब तो देना ही पड़ेगा
बाबूलाल साह, राष्ट्रीय अध्यक्ष
भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी.
9829164741