
देवनानी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष से करोड़ों रूपए लागत के 19 सौ वेंटीलेटर राजस्थान को दिए, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इनमें से 15 सौ वेंटीलेटरों का उपयोग महज इसलिए नहीं किया, क्योंकि इन वेंटीलेटरों पर पीएम केयर फंड का लेवल लगा हुआ था। इसका यह मतबल यह हुआ कि कांग्रेस सरकार को मरीजों की जान बचाने की चिंता नहीं है और उसका मकसद केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करना है।
तकनीशियनों को भी प्रशिक्षण नहीं दिया
देवनानी ने कहा कि जब वेंटीलेटरों के उपयोग की पड़ताल होने लगी, तो इन वेंटीलेटरों को खराब बताया जाने लगा, जबकि यही वेंटीलेटर अन्य राज्यों में बहुत अच्छी तरह से चल रहे हैं और मरीजों की जानें बचाई गई हैं। उन्हें यह बात अभी तक समझ में नहीं आ रही है कि आखिर कांग्रेस मरीजों और आमजन के हितों की कीमत पर ओछी राजनीति क्यों करती है। वेंटीलेटर चाहे प्रधानमंत्री राहत कोष से आएं या कोई दानदाता भेंट करे या राज्य सरकार खरीदे, उनका उपयोग मरीजों की जान बचाने के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वेंटीलेटरों का उपयोग नहीं करने के मकसद से इन्हें संचालित करने के लिए तकनीशियनों को प्रशिक्षण भी नहीं किया। यदि सरकार समय रहते तकनीशियनों को प्रशिक्षण देकर इन वेंटीलेटरों का उपयोग करती, तो अनेकों मरीजों का जीवन बचाया जा सकता था।
एम्बुलेंस के अभाव में परेशान हुए ग्रामीण
उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब सवा सात सौ एम्बुलेंस (108 सेवा) हैं। इनमें से आधी से ज्यादा कबाड़खाने में पड़ी हुई हैं। कोरोना महामारी के भारी संकटकाल में भी इन एम्बुलेंस की चिकित्सा मंत्री डाॅ. रघु शर्मा सुध नहीं ले पाए। यदि इन एम्बुलेंस को ठीक कराकर उपयोग में किया जाता तो आमजन विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों मरीजों को समय रहते अस्पतालों में पहुंचाया जा सकता था। एम्बुलेंस के अभाव में ग्रामीणों को अपने परिवार के मरीज को बैलगाड़ियों, ठेलों और टैªक्टरों के अलावा कंधों पर लादकर अस्पताल तक पहुंचाना पड़ा। इस स्थिति में कुछ मरीजों ने तो अस्पताल पहुंचने से दम तोड़ दिया था। यदि एम्बुलेंस होती, तो मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचा कर उनकी जान बचाई जा सकती थी।
सरकार सुधारे व्यवस्थाएं, बचाए मरीजों की जानें
देवनानी ने कहा कि इन एम्बुलेंसों के कबाड़खाने में पडे़ रहने सरकार की प्रशासनिक अक्षमता का गंभीर उदाहरण है। इससे यह जाहिर हो जाता है कि सरकार कोरोना से निपटने और मरीजों की जान बचाने के लिए कितनी गंभीर है। उन्होंने कहा कि सरकार को अभी भी चिकित्सा व्यवस्थाओं में सुधार कर मरीजों की जान बचाने के लिए भरपूर प्रयास करने चाहिए।
वीर सावरकर हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत-देवनानी
-वीर सावरकर की जयंती पर पुष्पांजलि कार्यक्रम
-वीर सावरकर महान क्रांतिकारी थे और हमेशा रहेंगे
-कांग्रेस सरकार कद घटाने से कभी नहीं घटेगा
अजमेर, 28 मई। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उŸार वासुदेव देवनानी ने कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में से क्रांतिकारी और महान शब्द हटाने से क्रांतिकारी विनायक दामोदर वीर सावरकर का कद कभी भी घटने वाला नहीं है। वीर सावरकर महान क्रांतिकारी थे। वे हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत हैं और हमेशा रहेंगे।
देवनानी ने वीर सावरकर की जयंती पर अपने निवास पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा के शासनकाल में वीर सावरकर को शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने पाठ्यक्रम में से सावरकर के नाम से क्रांतिकारी और महान शब्द हटाने के साथ अनर्गल बातें जोड़ते हुए वीर सावरकर का कद घटाने का काम किया है। किंतु वीर सावरकर का कद इतना बड़ा है कि उनका कद घटाने का कोई भी प्रयास बौना साबित होता है।
उन्होंने कहा कि वीर सावरकर वह महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने अंग्रेजों से डटकर मुकाबला किया और अंग्रेजों की किसी भी कार्यवाही के आगे झुके नहीं। अंग्रेजों ने उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुना कर सेलुलर जेल की काल कोठरी में डाल दिया था, घाणी में बैलों की जगह उन्हें जोता गया, इसके बावजूद वीर सावरकर वाकई में वीर थे और उन्होंने देश की आजादी के लिए अंग्रेजों के हर जुल्मों को सहा। वीर सावरकर ने 1857 के आजादी आंदोलन पर पुस्तक लिखी, किंतु अंग्रेजों ने उसे छपने से पहले ही जब्त कर लिया था। अंग्रेजों और कांग्रेस ने वीर सावरकर का अपमान किया। कांग्रेस कभी भी क्रांतिकारियों और महान पुरूषों की पक्षधर नहीं रही। केवल एक ही परिवार की पूजा करना कांग्रेस का स्वभाव रहा।
देवनानी ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो अतीत में भी महान पुरूषों और क्रांतिकारियों को सम्मान देती रही है और आगे भी देती रहेगी। भाजपा की हर रीति-नीति में इन महान पुरूषों और क्रांतिकारियों की प्रेरणा शामिल होती है। यही कारण है कि भाजपा लगातार प्रगति करती हुई देशभर में शासन करने वाली बड़ी पार्टी बन गई है।
वीर सावरकर से कार्यकर्ता लें प्रेरणा
उन्होंने कहा कि ’’मातृभूमि के लिए जीना और मर जाना ही जीवन की सार्थकता है’’, वीर सावरकर का यह विरोचित मंत्र देश की भावी पीढ़ियों को राष्ट्र उत्थान एवं सेवा के लिए हमेशा प्रेरित करता रहेगा। देवनानी ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे महान पुरूषों और क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेकर देश और समाज की सेवा करें। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता सीताराम शर्मा, पार्षद रूबी जैन, पूर्व पार्षद अनीश मोयल, रचित कच्छावा आदि भी मौजूद रहे।
सांसद रंजीता पर हमला निंदनीय,
जल्द हो आरोपियों की गिरफ्तारी
-देवनानी ने कहा, प्रदेश में पूरी तरह बिगड़ चुकी है कानून-व्यवस्था
-आमजन भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहा है
अजमेर, 28 मई। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उŸार वासुदेव देवनानी ने भरतपुर की सांसद रंजीता कोली पर बीती रात हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में गुंडाराज के चलते कानून-व्यवस्था पूरी तरह लचर होने का प्रमाण मिलता है।
शुक्रवार को जारी बयान में देवनानी ने कहा कि प्रदेश में भू-माफिया, बजरी माफिया, खनन माफिया सहित अन्य गुंडा तत्व पूरी तरह सक्रिय हैं। इन लोगों को कानून-व्यवस्था का कोई भय नहीं है। कांग्रेस सरकार का सारा ध्यान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोसने में लगा रहता है। बेहतर हो कि सरकार मोदी को दिन-रात कोसने की बजाय कोरोना महामारी से निपटने, चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुधारने और पूरी तरह बिगड़ी कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए काम करे।
देवनानी ने कहा, सांसद रंजीता पर हुए हमले ने यह साबित कर दिया है कि जब जनप्रतिनिधि ही प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं, तो आमजन कैसे सुरक्षित रह सकते हैं। प्रदेश में रोजाना हत्या, बलात्कार, लूटपाट की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार ने कानून-व्यवस्था में सुधार करने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। कानून-व्यवस्था इतनी बिगड़ी हुई है कि आज आमजन भयभीत है और खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को सांसद रंजीता पर हुए हमले की तत्काल जांच कराकर दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।