पार्श्वनाथ कॉलोनी में प्रवचन देते हुए यशस्विनी माताजी ने कहा कि मन को साधना बहुत आवश्यक है मन को वश में कर लिया तो सभी क्रिया वश में आ जाती है साधना करने के लिए मन पर नियंत्रण आवश्यक है क्योंकि मन की गति बड़ी तेज होती है वह इधर-उधर भागता रहता है उसको नियंत्रण में लाना आवश्यक है तभी लक्ष्य की ओर आगे बढ़ पाएंगे माताजी ने कहा कि हम मंदिर में तो होते हैं लेकिन मंदिर के बाहर हमारा मन होता है जबकि मन मंदिर में ही होना चाहिए इसका उपाय एकाग्रता है वह मन को वशीभूत कर कर ही लाई जा सकती है
माताजी ने कहा कि उम्र कोई भी हो मन की एकाग्रता आवश्यक है आज प्रवचन सभा में सोनिया जैन ने मंगलाचरण किया एवं जागृति मंच के अध्यक्ष सुनील जैन होगा विपिन चांदीवाल माणक बड़जात्या सुनील पालीवाल आदि उपस्थित थे
माता जी की नित्य प्रवचन पार्श्वनाथ कॉलोनी वैशाली नगर में प्रतिदिन प्रातकाल 8:30 हो रहे हैं संध्या काल में आरती के माध्यम से धर्म प्रभावना हो रही है