तीर्थ बनाना और उसकी रक्षा करना हर जैन बंधु का दायित्व – यशस्विनी माताजी

पार्श्वनाथ कॉलोनी वैशाली नगर में प्रवचन सभा को संबोधित करते हुए यशस्विनी माताजी ने कहा कि तीर्थों की रक्षा एवं सुरक्षा हर जैनी का दायित्व है तीर्थ सम्मेद शिखर जिसे प्रत्येक जैन बंधु की आस्था से जोड़ा जा सकता है उस तीर्थ को भी परीक्षा की घड़ियों से गुजरना पड़ा सतर्क और सावधान समाज को हमेशा रहना पड़ेगा भविष्य में सम्मेद शिखर ही नहीं गिरनार मंदारगिरी अनेक तीर्थ क्षेत्र जो आज सुरक्षा की दृष्टि से संदेह के घेरे में आ गए हैं हमारे पूर्वजों ने बड़ी सहजता से इन तीर्थों को संभाला आज हम लोग कहीं ना कहीं किसी न किसी रूप में इन तीर्थों को नहीं संभाल पा रहे हैं तभी ऐसी विकट स्थितियां उत्पन्न हो जाती है सम्मेद शिखर तीर्थ की स्वच्छता पवित्रता को सरकार को तो बनाना ही है तीर्थ क्षेत्र कभी भी मौज मस्ती या पर्यटन क्षेत्र नहीं हो सकता है आगे से सरकार को ऐसे निर्णय को लेने से पहले सोचना चाहिए भारतवर्ष की जैन समाज एकता का परिचय दिया है हर जैनी को भी इस बात की प्रतिज्ञा करनी पड़ेगी कि हम तीर्थ को तीर्थ ही रहने दें उसकी मर्यादा खत्म ना करें सरकार की मंशा कभी भी कैसी भी हो सकती है लेकिन जैन सिद्धांतों पर चलने वाली जैन समाज अविचल एवं सुदृढ़ तरीके से अपने तीर्थों को सहेज कर रखें तभी जैन होने की सार्थकता है

महिला संस्कार शिविर का आयोजन 8 और 9 जनवरी को
श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वावधान में यशस्विनी माताजी के सानिध्य में 8 एवं 9 जनवरी को दोपहर 2:00 से 3:30 बजे तक महिला संस्कार शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें महिलाओं को धर्म अभिव्यक्ति एवं जैन संस्कृति के आधारभूत सिद्धांतों से जोड़ा जाएगा एवं महिलाओं में जैन संस्कारों की वृद्धि कैसे हो इस पर जोर दिया जाएगा जागृति मंच के अध्यक्ष सुनील जैन होकरा
ने कहा कि सभी महिला मंडल को इस शिविर में आमंत्रित किया गया है शिविर का आयोजन पार्श्वनाथ कॉलोनी संत भवन में किया जाएगा

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